लंदन: चीन लंबे समय से यूरोप के लिए आर्थिक चुनौती रहा है, लेकिन अब यह एक बड़ी आर्थिक आपदा बन सकता है। चीन बड़े पैमाने पर सस्ते उत्पादों का उत्पादन करता है, जिनमें सब्सिडी वाले इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने और स्टील शामिल हैं। पहले इन उत्पादों का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी बाजार में जाता था, लेकिन अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ के कारण चीन का ध्यान यूरोपीय बाजार पर केंद्रित हो गया है। इससे यूरोपीय संघ के देशों में स्थानीय उद्योगों को नुकसान होने की आशंका है।
व्यापार युद्ध में फंसा यूरोप

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के बीच यूरोपीय संघ के देश खुद को फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं। यूरोपीय नेता नुकसान से बचने के लिए चीन के साथ संबंधों को लेकर दुविधा में हैं। काउंसिल ऑन फारेन रिलेशंस की फेलो लियाना फिक्स के अनुसार, यूरोप को अब अपनी रक्षा के लिए खुद खड़ा होना होगा।
यूरोपीय आयोग की रणनीति
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन ने चीन के साथ रचनात्मक संबंध बनाए रखने की बात कही है, लेकिन साथ ही अमेरिकी टैरिफ के अप्रत्यक्ष प्रभावों को लेकर भी चेतावनी दी है। चीन से आने वाले उत्पादों पर नज़र रखने के लिए एक नया टास्क फोर्स बनाया गया है, जो डंपिंग की निगरानी करेगा।
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