नई दिल्ली: बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बंगाली नववर्ष के अवसर पर एक बयान जारी कर कहा है कि स्वतंत्रता विरोधी ताकतों ने अवैध रूप से बांग्लादेश की सत्ता पर कब्जा कर लिया है और देश की धर्मनिरपेक्ष संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने लोगों से सत्ता हथियाने वालों को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया है.
हसीना ने कहा कि जब भी स्वतंत्रता विरोधी ताकतों ने सत्ता हासिल की है, उन्होंने देश के इतिहास, विरासत और संस्कृति पर हमला किया है। उन्होंने “मंगल शोभायात्रा” का उदाहरण देते हुए कहा कि इन ताकतों ने इस पारंपरिक जुलूस को रोकने और इसका नाम बदलने की कोशिश की.
भारत में रह रहीं हैं हसीना
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना की सरकार गिर गई थी और वे बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थीं. उनकी जगह नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार सत्ता में है. हसीना ने वर्तमान शासकों को “राष्ट्र के दुश्मन” और “हमारी संस्कृति के दुश्मन” बताया है.
“मंगल शोभायात्रा” का नाम बदला गया
इस साल बांग्लादेशी अधिकारियों ने पारंपरिक “मंगल शोभायात्रा” का नाम बदलकर “आनंदो शोभायात्रा” कर दिया. ऐसा रूढ़िवादी इस्लामी संगठनों, जैसे हिफाजत-ए-इस्लाम, के दबाव में किया गया, जिन्होंने “मंगल शोभायात्रा” को “हिंदू अनुष्ठान” बताया था. ढाका विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय, जो इस जुलूस का आयोजन करता है, ने नाम बदलने की घोषणा की.
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