Delhi: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला बनेंगे ISS पर जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनने जा रहे हैं। वे मई 2025 में अक्सियम मिशन 4 (Ax-4) के तहत अपनी अंतरिक्ष यात्रा शुरू करेंगे। यह एक निजी अंतरिक्ष मिशन है जिसका आयोजन अक्सियम स्पेस द्वारा किया जा रहा है।

शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक यात्रा और भूमिका:

शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष में जाना भारतीय अंतरिक्ष यात्रा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा। वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के ‘गगनयान’ मिशन के लिए भी चयनित अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं। गगनयान, भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, जिसमे एक से तीन अंतरिक्ष यात्री निम्न पृथ्वी कक्षा में यात्रा करेंगे। Ax-4 मिशन शुक्ला के लिए गगनयान मिशन से पहले एक महत्वपूर्ण अनुभव साबित होगा।

इस मिशन में शुक्ला के अलावा, नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन मिशन कमांडर के रूप में, पोलैंड के स्लावोश उज़नांस्की-विस्नियव्सकी और हंगरी के तिबोर कपू भी शामिल होंगे।

ग्रुप कैप्टन प्रसांत बालकृष्णन नायर बैक-अप अंतरिक्ष यात्री:

भारत ने शुभांशु शुक्ला के बैक-अप के रूप में ग्रुप कैप्टन प्रसांत बालकृष्णन नायर को भी नियुक्त किया है। यदि किसी कारणवश शुक्ला मिशन पर नहीं जा पाते हैं, तो नायर उनकी जगह ISS पर जाएँगे। यह बैक-अप योजना अंतरिक्ष मिशनों में एक सामान्य प्रक्रिया है।

अक्सियम मिशन 4 (Ax-4) और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग:

Ax-4 मिशन को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन में अंतरिक्ष यात्री ISS पर 14 दिन बिताएंगे, जहाँ वे वैज्ञानिक अध्ययन, शैक्षिक गतिविधियों और वाणिज्यिक मिशनों में शामिल होंगे। यह मिशन इसलिए भी खास है क्योंकि इसके साथ ही पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री भी पहली बार ISS पर पहुंचेंगे।

Ax-4, ISS के लिए निजी अंतरिक्ष उड़ानों की श्रृंखला का हिस्सा है। इससे पहले, Ax-1 (अप्रैल 2022), Ax-2 (मई 2023) और Ax-3 (जनवरी 2024) सफलतापूर्वक ISS तक पहुँच चुके हैं। इन मिशनों ने वाणिज्यिक अंतरिक्ष यात्रा के नए रास्ते खोले हैं।

भारत-अमेरिका सहयोग का नया अध्याय:

यह सहयोग नासा और इसरो के बीच अंतरिक्ष अन्वेषण में बढ़ते सहयोग का प्रतीक है, जिससे पता चलता है कि अंतरिक्ष अन्वेषण दोनों देशों के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता है।

 

Pls reaD:Delhi: वक्फ संशोधन विधेयक पर सोनिया गांधी के बयान से लोकसभा अध्यक्ष नाराज़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *