प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के बाद पहली बार तीन दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका की धरती पर कदम रखा, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ से अलंकृत किया। इस सम्मान को प्राप्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का है। उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति, सरकार और वहाँ के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
श्रीलंका मित्र विभूषण: एक विशिष्ट सम्मान
श्रीलंका मित्र विभूषण, श्रीलंका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है। यह सम्मान उन राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाता है जिनके श्रीलंका के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। इस सम्मान के अंतर्गत एक रजत पदक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। पदक को श्रीलंका के नवरत्नों से सजाया जाता है, जिसमें चावल के ढेर, चंद्रमा, सूर्य, पृथ्वी और कमल के आकृतियाँ उत्कीर्ण होती हैं। इस सम्मान की शुरुआत 2008 में श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने की थी।
रक्षा सहयोग समझौता: मजबूत होती साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान, श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके और उनके बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें सबसे प्रमुख रक्षा साझेदारी समझौता था, जो दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ऊर्जा सहयोग: त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने पर सहमति

दोनों देशों ने त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने पर भी सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने समपुर सौर ऊर्जा परियोजना का वर्चुअल उद्घाटन भी किया। इसके अलावा, भारत और श्रीलंका ने श्रीलंका को बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता प्रदान करने पर भी सहमति जताई। भारत, संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की उपस्थिति में एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए, जो क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा।
ऐतिहासिक स्वागत: इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर विशेष सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी 4 से 6 अप्रैल तक श्रीलंका की राजकीय यात्रा पर थे, जहाँ उनका ऐतिहासिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी का इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर औपचारिक स्वागत किया। यह पहली बार था जब श्रीलंका ने किसी विदेशी अतिथि का इस तरह से सम्मान किया। यह चौक श्रीलंका का राष्ट्रीय दिवस समारोह स्थल है और इसका नाम स्वतंत्रता स्मारक हॉल से लिया गया है।
मजबूत होते द्विपक्षीय संबंध
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। रक्षा, ऊर्जा, और आर्थिक सहयोग के क्षेत्रों में हुए समझौते दोनों देशों के लिए लाभकारी साबित होंगे। यह यात्रा क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। भविष्य में दोनों देशों के बीच सहयोग और गहरा होने की उम्मीद है। यह यात्रा दोनों देशों के लोगों के बीच मैत्री और सहयोग के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।
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