
लखनऊ: तीर्थराज प्रयागराज में 13 जनवरी से चल रहा महाकुंभ 2024 बुधवार को महाशिवरात्रि के अंतिम शाही स्नान के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान 66 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई और एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। महाशिवरात्रि के दिन सुबह 8 बजे तक ही लाखों श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के सफल समापन पर सभी श्रद्धालुओं और कल्पवासियों का अभिनंदन और आभार व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आयोजित “मानवता का महायज्ञ”, आस्था, एकता और समरसता का महापर्व महाकुंभ महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ संपन्न हुआ।
उन्होंने बताया कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक 45 दिनों में 66 करोड़ 21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया, जो विश्व इतिहास में अभूतपूर्व है। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए सभी संतों, महामंडलेश्वरों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों का आभार व्यक्त किया।
दुनिया के किसी भी आयोजन में नहीं जुटी इतनी बड़ी संख्या:
कुंभ ही नहीं, बल्कि दुनिया के किसी भी आयोजन में आज तक एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोग नहीं जुटे हैं, जितने 45 दिनों के अंदर प्रयागराज में जुटे। यह संख्या कई देशों की आबादी से भी कई गुना ज़्यादा है।
66 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर धार्मिक और सांस्कृतिक एकता की मिसाल पेश की है। यह आयोजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संभव हो पाया है।
कई देशों की आबादी से ज़्यादा श्रद्धालु:
66 करोड़ श्रद्धालुओं का किसी एक स्थान पर जुटना इतिहास में दुर्लभ है। यह सनातन धर्म के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमाण है।
अब तक यहाँ अमेरिका की दोगुनी से ज़्यादा, पाकिस्तान की ढाई गुना से ज़्यादा और रूस की चार गुनी से ज़्यादा आबादी के बराबर श्रद्धालु आ चुके हैं। यह संख्या जापान की 5 गुना, ब्रिटेन की 10 गुना और फ़्रांस की 15 गुना आबादी से भी ज़्यादा है।
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