Uttarakhand: उत्तराखंड की रजत जयंती में विकास के नए आयामों की ओर अग्रसर- राज्यपाल

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देहरादून: उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती मनाने जा रहा है। इस अवसर पर राज्य सरकार ने उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में लाने का संकल्प लिया है। विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण में विकास की नई ऊँचाइयों को छूने और हर क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करने के लिए ठोस प्रयासों पर ज़ोर दिया गया।

समान नागरिक संहिता पर फ़ोकस

राज्य में लागू समान नागरिक संहिता के प्रावधानों को लेकर विपक्ष के विरोध के बीच, सरकार अब इसके लाभों के बारे में जनता को जागरूक करने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन

उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन करके इतिहास रचा है। यह पहला राज्य है जिसने सभी स्पर्धाएं अपने राज्य में ही आयोजित कीं। इससे राज्य में खेलों के बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है, जिसका लाभ स्थानीय खिलाड़ियों को मिले, इसके लिए सरकार प्रयासरत है।

रोज़गार सृजन पर ज़ोर

सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने के साथ-साथ, सरकार अन्य क्षेत्रों में भी रोज़गार के अवसर पैदा करने पर काम कर रही है। इसके लिए औद्योगिक विकास को गति देना, स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना और अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत किच्छा के खुरपिया में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर की स्थापना में तेज़ी लाना प्राथमिकता होगी।

राज्यपाल के अभिभाषण के मुख्य बिंदु:

  • खेल महाकुंभ में प्रतिवर्ष दो लाख खिलाड़ियों को अवसर

  • क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत 13 हेलीपोर्ट का विकास

  • राज्य में खनन से होने वाली आय में दोगुनी वृद्धि

  • डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड आधुनिकीकरण कार्यक्रम के तहत सजरा मानचित्रों के डिजिटलीकरण का 99% कार्य पूरा

  • दून विश्वविद्यालय, राज्य का एकमात्र ‘A’ ग्रेड NAAC मान्यता प्राप्त राजकीय विश्वविद्यालय

  • प्लास्टिक कचरा निस्तारण के लिए 88 विकासखंडों में कंपैक्टर स्थापित

  • देहरादून में ललित कला अकादमी का क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित होगा

  • उत्तराखंड पर्यटन उद्यमी प्रोत्साहन योजना

  • युवाओं के कौशल विकास और विदेश में रोज़गार के अवसरों पर ध्यान

  • वाहनों की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए VLT डिवाइस

  • सड़क सुरक्षा के लिए स्पीड रडार गन, ANPR कैमरे और गति सीमा पर नियंत्रण

  • दुर्घटना रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा नियमावली का प्रभावी क्रियान्वयन

  • वाहन पार्किंग के लिए 182 स्थलों का विकास

  • आपदा प्रबंधन के तहत भूकंप पूर्व चेतावनी तंत्र, 177 सेंसर और 112 सायरन स्थापित

  • मौसम पूर्वानुमान के लिए तीन डॉप्लर रडार

  • मैदानी जिलों के 471 गांवों में चकबंदी पूर्ण, 131 गांवों में प्रक्रिया जारी

पर्यटन को बढ़ावा

उत्तराखंड पर्यटन उद्यमी प्रोत्साहन योजना के तहत, पर्यटन क्षेत्र में एक से पांच करोड़ रुपये तक का निवेश करने वाले स्थानीय निवासियों और उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। सुरक्षित और सुगम यातायात व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

आपदा प्रबंधन

आपदा के प्रति संवेदनशील राज्य होने के नाते, भूकंप पूर्व चेतावनी तंत्र, डॉप्लर रडार और अन्य आपदा प्रबंधन उपायों को मज़बूत किया जा रहा है। चकबंदी के क्षेत्र में भी प्रगति देखी जा रही है।

भविष्य की ओर

राज्य सरकार ने उत्तराखंड के विकास के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया है। इन योजनाओं और पहलों के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य की प्रगति को गति मिलेगी और रजत जयंती वर्ष में उत्तराखंड विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।

 

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