रुद्रप्रयाग। पवित्र केदारनाथ धाम से सटे भैरवनाथ मंदिर में कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे तीर्थ पुरोहितों और श्रद्धालुओं में आक्रोश है। वीडियो में एक व्यक्ति को मंदिर परिसर में जूते पहने घूमते और हाथ में डंडा लिए मूर्तियों के साथ छेड़छाड़ करते हुए देखा जा सकता है। इस घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गई है और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही केदारनाथ में बढ़ती ठंड के कारण पुनर्निर्माण कार्यों में लगे कई मजदूर वापस लौट गए हैं, जिससे प्रोजेक्ट की गति धीमी होने की आशंका है.
वीडियो में कैद हुई अशोभनीय हरकत:
वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति, जिसकी पहचान बाद में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों में लगी एक निजी कंपनी के मजदूर के रूप में हुई है, भैरवनाथ मंदिर परिसर में जूते पहने घूम रहा है। इतना ही नहीं, उसके हाथ में एक डंडा भी है जिससे वह मंदिर की मूर्तियों के साथ अशोभनीय ढंग से छेड़छाड़ करता दिखाई दे रहा है। यह वीडियो मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे से कैद हुआ है.
तीर्थ पुरोहितों का आक्रोश, पुलिस ने दर्ज किया मामला:
वीडियो के वायरल होते ही तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों में गुस्सा फैला गया. उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. पुरोहितों ने कहा कि इस तरह की हरकतें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं और बर्दाश्त नहीं की जा सकेंगी.
रुद्रप्रयाग पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में वीडियो कुछ पुराना पाया गया। पुलिस ने आरोपी व्यक्ति सज्जन कुमार, संबंधित ठेकेदार और निजी कंपनी के खिलाफ धारा 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के इरादे से जानबूझकर किए गए कृत्य) और धारा 331 (जानबूझकर गंभीर चोट पहुँचाना) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गठित की गई विशेष टीम:
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कानून के मुताबिक सजा दिलाई जाएगी.
केदारनाथ में कड़ाके की ठंड, पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित:
इस घटना के अलावा केदारनाथ में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं. हाल ही में हुई बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आई है, जिसके कारण लगभग 150 मजदूर केदारनाथ से वापस लौट गए हैं. अभी भी वहां करीब 150 मजदूर कार्य कर रहे हैं, लेकिन ठंड के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
नलों में जमा पानी, मजदूरों के लिए बनी मुसीबत:
बढ़ती ठंड के कारण नलों में पानी जम गया है, जिससे मजदूरों को पीने के पानी की समस्या हो रही है. वे बर्फ को पिघलाकर पानी पीने और खाना बनाने को मजबूर हैं. इस कड़ाके की ठंड में काम करना उनके लिए बेहद मुश्किल हो रहा है.
पुनर्निर्माण कार्य जारी, लेकिन गति धीमी:
केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत पुनर्निर्माण कार्य जारी है. हालांकि, ठंड के कारण काम की गति धीमी हो गई है. सीमेंट का काम पूरी तरह से बंद है, जबकि खुलाई, वेल्डिंग, फिनिशिंग और फिटिंग जैसे कार्य किए जा रहे हैं. मजदूर सुबह धूप निकलने के बाद ही काम शुरू कर पाते हैं और शाम को जल्दी ही काम छोड़ देते हैं. वे दिन में मात्र चार-पांच घंटे ही काम कर पा रहे हैं.
दिसंबर अंत तक काम सुचारू रूप से चलने की उम्मीद:
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि दिसंबर अंत तक काम सुचारू रूप से चलने की उम्मीद है. हालांकि, ठंड अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. अगर ठंड और बढ़ती है तो पुनर्निर्माण कार्य और भी प्रभावित हो सकते हैं.
यह घटना केदारनाथ धाम की पवित्रता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है. प्रशासन को इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है. साथ ही, केदारनाथ में काम कर रहे मजदूरों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना भी जरूरी है ताकि वे इस कड़ाके की ठंड में भी अपना काम सुचारू रूप से कर सकें.
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