Uttarakhand: पुलिस कांस्टेबल के 10 वर्षीय बेटे का पार्क से अपहरण, जांच में जुटी पुलिस

काशीपुर: आवास विकास कालोनी के पार्क में खेलने गया पुलिस कांस्टेबल का 10 वर्षीय पुत्र अचानक लापता हो गया है। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी है। न्यू आवास विकास निवासी और उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल रविंद्र कुमार ने दी तहरीर में बताया कि उनका 10 वर्षीय बेटा रचित मंगलवार शाम पांच बजे घर के पास पार्क में खेलने गया था। रात तक भी वह वापस नहीं लौटा तो परिवार वालों ने आसपास तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रचित खेलने के बाद रेलवे कालोनी की तरफ गया था और वहां एक टंकी से पानी पीते देखा गया था। सीसीटीवी फुटेज में भी वह बैग लेकर पार्क की तरफ जाते हुए दिख रहा है, लेकिन उसके बाद की लोकेशन का पता नहीं चल पाया है। कोतवाल आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर अपहरण का मामला दर्ज कर अलग–अलग टीमों को बच्चे की बरामदगी के लिए लगाया गया है। रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें रात में घटना की जानकारी मिलते ही वह बुधवार सुबह काशीपुर पहुंच गए। उनका किसी से कोई विवाद या रंजिश भी नहीं है।

Uttarakhand: अंडरवर्ल्ड डान प्रकाश पांडे बना योगी प्रकाशनाथ, नाथ संप्रदाय के आर्चाय दंडीनाथ महाराज ने जेल में दी दीक्षा

हल्द्वानी। आखिरकार अंडरवर्ल्ड डान प्रकाश पांडे उर्फ पीपी योगी प्रकाशनाथ बन गया। काठमांडू के नाथ संप्रदाय…

Uttarakhand: रिश्तों को शर्मशार करने वाले जीजा को 20 साल की सजा, DNA ने खोला राज

हल्द्वानी: एक नाबालिग से दुष्कर्म कर उसे गर्भवती करने के मामले में विशेष न्यायाधीश पाक्सो नंदन सिंह राणा की अदालत ने दोषी जीजा को 20 साल की सजा सुनाई है। यह मामला इसलिए भी चर्चा में रहा क्योंकि शुरुआत में पीड़िता के चचेरे भाई पर आरोप लगा था, जिसने बाद में आत्महत्या कर ली थी। क्या था मामला? फरवरी 2020 में नैनीताल में एक नाली में नवजात शिशु मिला था। जाँच में पता चला कि 15 वर्षीय एक किशोरी ने बच्चे को जन्म दिया था। पीड़िता ने अपने नाबालिग चचेरे भाई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। पुलिस ने किशोर को बाल सुधार गृह भेज दिया और DNA सैंपल लिया। कुछ दिनों बाद किशोर ने आत्महत्या कर ली। DNA रिपोर्ट में किशोर और नवजात का DNA अलग–अलग निकला। मृतक किशोर के परिवार ने पीड़िता के जीजा समेत चार लोगों का DNA टेस्ट कराने की मांग की। रिपोर्ट में पीड़िता के जीजा ही बच्चे का जैविक पिता निकला। अदालत ने दोषी जीजा को 20 साल की सजा और 20 हजार रुपये जुर्माना लगाया। मामले के मुख्य बिंदु: DNA रिपोर्ट ने मामले का रुख बदल दिया और असली दोषी का पर्दाफाश किया। यह मामला रिश्तों की मर्यादा को तार–तार करने वाला है। शुरुआत में गलत आरोप लगने के कारण एक निर्दोष किशोर ने अपनी जान दे दी। यह घटना समाज में नैतिक मूल्यों के पतन और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की ओर इशारा करती है।…

Uttarakhand: एक व्यक्ति के गुप्तांग पर एसिड अटैक, अंजान था हमलावर

अल्मोड़ा। दन्यां क्षेत्र में दिल दहलाने वाला एसिड अटैक की घटना सामने आई है। काम से…

Uttarakhand: कारगिल शहीद के परिजनों से 44 लाख ठगने के मामले में पांच गिरफ्तार

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ ने दिल्ली से पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद हुए एक कीर्ति चक्र विजेता कैप्टन के परिजनों से 44 लाख रुपये की ठगी की थी। ग्रांट बंद होने का दिया झांसा ठगों ने शहीद के परिजनों को फोन कर बताया कि उनके बेटे की कीर्ति चक्र ग्रांट बंद कर दी गई है, और इसे दोबारा शुरू कराने के लिए उन्हें कुछ रकम जमा करनी होगी। उन्होंने खुद को सैनिक कल्याण बोर्ड और रक्षा मंत्रालय का अधिकारी बताकर परिजनों का विश्वास जीता। प्रोसेसिंग फीस के नाम पर ठगी विभिन्न प्रोसेसिंग फीस और शुल्क के नाम पर ठगों ने परिजनों से कुल 44 लाख रुपये अपने खातों में जमा करा लिए। जब ग्रांट की राशि उनके खाते में नहीं आई तो परिजनों को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। एसटीएफ ने की कार्रवाई मामले की जांच के बाद एसटीएफ ने दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 20 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 42 डेबिट कार्ड, 15 फर्जी पहचान पत्र बरामद हुए हैं। देश भर में फैला है नेटवर्क पुलिस के मुताबिक, इन ठगों का नेटवर्क देश भर में फैला हुआ है और उनके पास कारगिल युद्ध के शहीदों के परिवारों की सूची है। वे इन परिवारों को फोन कर ग्रांट बंद होने और दोबारा शुरू करने का झांसा देकर ठगी करते हैं। पुलिस ने दी चेतावनी पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे किसी भी फोन कॉल पर विश्वास न करें और किसी भी तरह की जानकारी या पैसे देने से पहले संबंधित विभाग से संपर्क करें। शहीदों के परिजनों के साथ धोखाधड़ी की कड़ी निंदा इस घटना की चारों ओर कड़ी निंदा हो रही है। लोगों का कहना है कि शहीदों के परिजनों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी करना बेहद शर्मनाक है।   pls read:Uttarakhand:…

Uttarakhand: दरोगा की बेटी के हत्यारे का शव चीला बैराज से बरामद

हरिद्वार: छिद्दरवाला क्षेत्र में दरोगा की बेटी आरती की हत्या के आरोपी शैलेंद्र भट्ट का शव शुक्रवार को चीला बैराज से बरामद कर लिया गया है। पुलिस लगातार शैलेंद्र की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही थी, जिसके बाद उन्हें यह सफलता मिली। पांच मई को हुई थी हत्या घटना की शुरुआत 5 मई को हुई, जब शैलेंद्र ने आरती की हत्या कर उसके शव को तीन पानी पुलिया के नीचे फेंक दिया था। इसके बाद उसने खुद भी शक्ति नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। आरती के शव के पास खून और धारदार हथियार के निशान मिले थे, जिससे हत्या की पुष्टि हुई। पाँच दिन बाद मिला शव पुलिस ने शैलेंद्र के शव को घटना के पाँच दिन बाद चीला बैराज से बरामद किया। शव की पहचान के लिए उसके परिजनों को बुलाया गया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोगों में आक्रोश है। मामले की जाँच जारी हालांकि आरोपी की मौत हो चुकी है, लेकिन पुलिस अभी भी मामले की जाँच कर रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह का पता लगाया जा सके। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस मामले में कोई अन्य व्यक्ति शामिल तो नहीं था।   Pls read:Uttarakhand: वनाग्नि रोकने में लापरवाही बरतने पर…

Uttarakhand: रिटायर्ड प्रोफेसर को 24 घंटे रखा आनलाइन अरेस्ट, चार लाख रु भी ठगे

हल्द्वानी: साइबर अपराधियों ने एक बार फिर अपने जाल में एक बुजुर्ग को फंसा लिया है। इस बार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हरिहर प्रसाद शुक्ला शिकार हुए हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर ठगों ने उन्हें ड्रग्स मामले में फंसाने की धमकी देकर उनके बैंक खाते से चार लाख रुपये ठग लिए। 24 घंटे वीडियो कॉल पर रखा बंधक: ठगों ने प्रोफेसर शुक्ला को फोन कर बताया कि उनके आधार कार्ड से ताइवान भेजे जा रहे एक पार्सल में ड्रग्स बरामद हुए हैं। इसके बाद उन्होंने उन्हें वीडियो कॉल पर 24 घंटे तक बंधक बनाए रखा और फर्जी जाँच के नाम पर उनके खाते से चार लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस ने शुरू की जाँच: प्रोफेसर शुक्ला ने घटना की जानकारी मुखानी थाने में दी है। पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। ठगी का तरीका: ठगों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर प्रोफेसर शुक्ला को फोन किया। उन्होंने कहा कि उनके आधार कार्ड से ताइवान भेजे जा रहे एक पार्सल में ड्रग्स बरामद हुए हैं। इसके बाद उन्होंने उन्हें वीडियो कॉल पर 24 घंटे तक बंधक बनाए रखा। फर्जी जाँच के नाम पर उन्होंने प्रोफेसर शुक्ला के खाते से चार लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस ने लोगों से की अपील: पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान नंबरों से आने वाले कॉल का जवाब न दें और किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी न बताएं। साथ ही, पुलिस ने कहा है कि किसी भी सरकारी एजेंसी द्वारा वीडियो कॉल पर जाँच नहीं की जाती है। यह घटना एक बार फिर साइबर अपराध के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती है। लोगों को इस तरह के अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है।   Pls read:Uttarakhand:…

Uttarakhand: सेना में तैनात युवक पर महिला से दुष्कर्म कर वीडियो बनाने का आरोप, करता था ब्लैकमेलिंग

देहरादून। सेना में तैनात एक युवक पर शादीशुदा महिला के घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म करने…

Uttarakhand: प्रेमिका के खर्चे पूरे करने के लिए मुन्नाभाई बना एमबीबीएस का छात्र

देहरादून। पुलिस ने राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) में एक मुन्नाभाई को गिरफ्तार किया है।…

Uttarakhand: बिनसर महादेव से लौट रहे युवकों की बाइक एक वाहन से टकराई, एक की मौत

बिनसर महादेव मंदिर से दर्शन कर लौट रहे युवक रास्ते में हादसे का शिकार हो गए।…