वॉशिंगटन, 3 अक्टूबर, 2024: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने चुनाव अभियान के दौरान जन्मसिद्ध नागरिकता (Birthright Citizenship) के नियमों में बदलाव का वादा किया था। अब, राष्ट्रपति पद पर रहते हुए उन्होंने इस नीति को समाप्त करने की घोषणा की है। हालांकि, इस नीति को बदलना ट्रम्प के लिए इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि उनके सामने कई कानूनी और राजनीतिक चुनौतियाँ हैं।
ट्रम्प का मानना है कि जन्मसिद्ध नागरिकता “हास्यास्पद” है और वे 20 जनवरी को पदभार ग्रहण करने के बाद इसे समाप्त करना चाहते हैं। यह एक ऐसी गारंटी है जो 150 से अधिक वर्षों से अमेरिकी संविधान में निहित है। संयुक्त राज्य अमेरिका वर्तमान में अपनी सीमाओं के भीतर पैदा हुए सभी बच्चों को, चाहे उनके माता-पिता की नागरिकता कुछ भी हो, नागरिकता प्रदान करता है।
जन्मसिद्ध नागरिकता क्या है?
‘जन्मसिद्ध नागरिकता’ का अर्थ है कि अमेरिका में जन्म लेने वाला हर व्यक्ति स्वतः ही अमेरिकी नागरिक बन जाता है, भले ही उसके माता-पिता अवैध रूप से देश में हों या टूरिस्ट/स्टूडेंट वीजा पर हों। यह नियम संविधान के 14वें संशोधन पर आधारित है और अमेरिकी कानून में अच्छी तरह से स्थापित है।
क्या नियमों का हो रहा है दुरुपयोग?
ट्रम्प और उनके समर्थकों का तर्क है कि इस प्रणाली का दुरुपयोग हो रहा है और “जन्म पर्यटन” को बढ़ावा मिल रहा है, जहाँ गर्भवती महिलाएँ विशेष रूप से बच्चे को जन्म देने के लिए अमेरिका आती हैं ताकि उनके बच्चे को अमेरिकी नागरिकता मिल जाए। हालांकि, विरोधियों का कहना है कि यह नियम अमेरिकी मूल्यों के अनुरूप है और इसे बदलने से गंभीर कानूनी परिणाम होंगे।
कानूनी चुनौतियाँ और संभावित प्रभाव
जन्मसिद्ध नागरिकता के अधिकार को समाप्त करने का प्रयास संविधान के 14वें संशोधन का सीधा उल्लंघन होगा, जो कहता है कि अमेरिका में जन्मे सभी व्यक्ति अमेरिकी नागरिक हैं। इसलिए, इस नीति में बदलाव करने के लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता होगी, जो एक लंबी और कठिन प्रक्रिया है।
इस नीति में बदलाव से लाखों लोगों पर असर पड़ेगा, जिनमें भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लगभग 1.6 मिलियन लोग भी शामिल हैं, जो अमेरिका में पैदा हुए हैं। इसके अलावा, यह अमेरिकी नागरिकों के लिए अपनी नागरिकता साबित करना भी कठिन बना देगा, क्योंकि जन्म प्रमाण पत्र नागरिकता का प्रमाण नहीं रहेंगे। ट्रम्प ने कहा है कि वे परिवारों को तोड़ना नहीं चाहते, लेकिन परिवारों को एक साथ रखने के लिए उन्हें अवैध प्रवासियों को वापस भेजना होगा, जिसका अर्थ है कि कानूनी नागरिकों को भी निष्कासित किया जा सकता है।
विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प के इस वादे को पूरा करना बेहद कठिन होगा और इसके व्यापक और दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। कुछ विशेषज्ञों ने ट्रम्प के इस बयान को गंभीरता से नहीं लिया है और कहा है कि वे पहले भी इस तरह के बयान दे चुके हैं लेकिन उन्हें अमल में नहीं ला पाए। इसलिए, जन्मसिद्ध नागरिकता के नियमों में तत्काल कोई बदलाव की संभावना नहीं दिख रही है।
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