नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ हुई मुलाक़ात में एक ऐसा प्रस्ताव सामने आया है जिस पर दुनिया भर में चर्चा हो रही है। ट्रंप ने ट्रूडो से कहा कि अगर 25 प्रतिशत टैरिफ से कनाडा की अर्थव्यवस्था को खतरा है, तो कनाडा अमेरिका का 51वाँ राज्य बन जाए। हालांकि ट्रंप ने इसे मज़ाक में कहा था, लेकिन इस बयान के व्यापक निहितार्थों पर सोशल मीडिया में भी बहस छिड़ गई है।
यह मुलाक़ात ट्रंप द्वारा कनाडा पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी के बाद हुई थी। फ़ॉक्स न्यूज़ के अनुसार, ट्रूडो ने ट्रंप के साथ रात्रिभोज के दौरान कहा था कि 25 प्रतिशत टैरिफ कनाडा की अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगा। ट्रंप ने जवाब में कनाडा पर अमेरिकी सीमा को असफल करने, अवैध प्रवासियों और ड्रग्स को पार करने की अनुमति देने और व्यापार घाटे को लेकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अगर कनाडा सीमा मुद्दों और व्यापार घाटे को नहीं सुधारता है, तो वह पद ग्रहण करने के पहले दिन ही सभी कनाडाई वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा देंगे।
ट्रूडो के टैरिफ लगाने की असंभवता के तर्क पर ट्रंप ने कहा कि क्या कनाडा अमेरिका को 100 बिलियन डॉलर का नुकसान पहुँचाते हुए जीवित रह सकता है? इसी दौरान उन्होंने ट्रूडो को अमेरिका का 51वाँ राज्य बनने का सुझाव दिया, जिससे ट्रूडो और अन्य लोग पहले तो घबरा गए, फिर हँसने लगे। ट्रंप ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री एक बेहतर पद है, लेकिन ट्रूडो 51वें राज्य के गवर्नर बन सकते हैं। यह प्रस्ताव, चाहे मज़ाक में ही क्यों न कहा गया हो, अमेरिका और कनाडा के संबंधों पर गंभीर सवाल उठाता है।
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