US: पेंसिल्वेनिया में भी ट्रम्प से आगे निकलीं कमला हैरिस – The Hill News

US: पेंसिल्वेनिया में भी ट्रम्प से आगे निकलीं कमला हैरिस

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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस तेजी से बढ़त बना रही हैं। वह रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से पेंसिल्वेनिया राज्य में भी आगे निकल गई हैं, जहां उन पर एक रैली के दौरान हमला हुआ था। न्यूयार्क टाइम्स और सिएना कॉलेज द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार, कमला हैरिस पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कान्सिन में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से चार अंकों से आगे चल रही हैं। इस बीच बाइडन ने कहा है कि वह पेंसिल्वेनिया में हैरिस के लिए प्रचार करेंगे।

सर्वे में कहा गया है कि कमला हैरिस ने 2024 के राष्ट्रपति चुनावों को बदल कर रख दिया है, क्योंकि पिछले सर्वे में ट्रंप को हैरिस और राष्ट्रपति जो बाइडन से इन तीन राज्यों में औसतन एक या दो अंकों से आगे पाया गया था। न्यूयार्क टाइम्स ने कहा कि यह समझाना कठिन है कि आज की ध्रुवीकृत राजनीति में मतदाता आखिर क्यों बदलते हैं। इससे पहले तक चुनावी दौड़ की मूल गतिशीलता राष्ट्रपति बाइडन की अलोकप्रियता से प्रेरित थी। लाखों मतदाताओं को उन दो उम्मीदवारों के बीच विकल्प चुनना पड़ रहा था, जिन्हें वे नापसंद करते थे। सर्वे में पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कान्सिन में 49 प्रतिशत संभावित मतदाताओं ने हैरिस के प्रति समर्थन जताया।

हैरिस में राष्ट्रपति बनने की क्षमता

लोगों के अनुसार, हैरिस ईमानदार और बुद्धिमान हैं और वह सही तरह का बदलाव लाती हैं। उनमें राष्ट्रपति बनने की क्षमता है और देश के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण है। वहीं, अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई मौकों पर निजी तौर पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपशब्द कहा है। खबरों में दावा किया गया है कि ट्रंप को अलग-अलग मौकों पर अपशब्द कहते हुए सुना गया है, जबकि ट्रंप के चुनाव अभियान के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह वह भाषा नहीं है जिसका उपयोग पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने कमला हैरिस के बारे में किया है।

ट्रंप की चुनावी टीम का दावा, ईरान ने किया संवेदनशील डाटा हैक

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनाव अभियान टीम ने शनिवार को ईरान पर ईमेल हैक कर संवेदनशील दस्तावेज चुराने और वितरित करने का आरोप लगाया है। हालांकि, ईरान की भागीदारी को लेकर कोई सुबूत पेश नहीं किया गया। टीम का यह दावा माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अमेरिकी चुनाव अभियान में ईरान की ओर से हस्तक्षेप के प्रयास को उजागर करने के बाद आया है।

गुमनाम अकाउंट से मिले ईमेल

पोलिटिको ने शनिवार को सबसे पहले हैक की सूचना दी। उसने बताया कि 22 जुलाई को एक गुमनाम अकाउंट से ईमेल मिलना शुरू हुआ था। भेजा गया दस्तावेज रिपब्लिकन उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस पर किया गया शोध दस्तावेज प्रतीत होता है। उस पर 23 फरवरी की तारीख अंकित थी। ये दस्तावेज अवैध रूप से प्राप्त किए गए थे और 2024 के चुनाव में हस्तक्षेप करने और हमारी पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अराजकता फैलाने का इरादा था। संयुक्त राष्ट्र में ईरान मिशन ने इसमें शामिल होने से इन्कार किया है।

 

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