अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग का अदाणी समूह के विरुद्ध आरोपों का सिलसिला जारी है, और अब उन्होंने सेबी चीफ मधबी पुरी बुच पर भी निशाना साधा है। शनिवार को हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें सेबी चीफ पर अदाणी मामले में धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया गया था।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, सेबी चीफ ने हिंडनबर्ग के आरोपों का खंडन किया और कहा कि वे किसी भी वित्तीय दस्तावेज को प्रस्तुत करने में सक्षम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सेबी ने हिंडनबर्ग के खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई की है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
हालांकि, हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक नई पोस्ट में बुच की प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रिया दी है। फर्म ने दावा किया है कि बुच के जवाब से पता चलता है कि उन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए कई आरोपों को स्वीकार किया है। हिंडनबर्ग ने यह भी कहा कि बुच के जवाब से बरमूडा और मॉरीशस में निवेश की पुष्टि होती है।
हिंडनबर्ग ने यह भी दावा किया है कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से पता चलता है कि बुच ने सेबी में काम करते हुए भी अपने निजी ईमेल आईडी का उपयोग बिजनेस के लिए किया था। इसके अलावा, उन्होंने अपने पति के नाम का भी इस्तेमाल किया।
हिंडनबर्ग ने 25 फरवरी 2018 को भेजे गए एक ईमेल का जिक्र करते हुए सवाल किया कि बुच ने आधिकारिक पद पर रहते हुए अपने पति के नाम से कौन-से निवेश और बिजनेस शुरू किए हैं।
हिंडनबर्ग ने अपनी पहली रिपोर्ट में दावा किया था कि व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों से खुलासा होता है कि माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून, 2015 को सिंगापुर में आईपीई प्लस फंड 1 में अपना खाता खोला था। उन्होंने कुल 10 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।
हिंडनबर्ग और सेबी चीफ के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का यह मामला अदाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद शुरू हुआ है। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अदाणी समूह पर धोखाधड़ी और स्टॉक में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था।