अल्मोड़ा। एक सप्ताह की जद्दोजहद के बाद आखिरकार सिमरन को स्कूल में नियमित पढ़ाई का मौका मिल ही गया। वह गुरुवार को तय समय पर स्कूल पहुंची और पढ़ाई की। सिमरन के स्कूल जाने से उसके स्वजन खुश हैं। वहीं उच्चाधिकारियों ने पूरे प्रकरण की जांच की है।
बीते दिनों राजा आनंद सिंह राजकीय बालिका इंटर कालेज में कक्षा 11 में पढ़ने वाली सिमरन के निकाह के बाद स्कूल ने नियमित प्रवेश दिए जाने से मना कर दिया था। जिसके बाद मामला तूल पकड़ने लगा। शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के मामले का संज्ञान लेने के बाद उच्चाधिकारियों ने कार्रवाई की। सिमरन को आखिर प्रवेश कर नियमित पढ़ाई करने की अनुमति मिल गई।
कक्षा 11 में अनुत्तीर्ण हो गई थी, फीस भी नहीं दी थी
गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी चंदन सिंह बिष्ट पूरे मामले की जांच करने के लिए स्कूल पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सिमरन से मुलाकात की और स्कूल प्रशासन से पूरी जानकारी ली। स्कूल की शिक्षिकाओं ने बताया कि सिमरन कक्षा 11 में अनुत्तीर्ण हो गई थी। इसके बाद भी उसे हटाया नहीं गया था। सिमरन ने स्कूल की फीस भी जमा की हुई थी। जिला शिक्षा अधिकारी चंदन सिंह बिष्ट ने कहा कि सिमरन नियमित रुप से पढ़ाई कर रही है। उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। स्कूल की प्रधानाचार्य को नियमावली की जानकारी नहीं होने से यह स्थिति पैदा हुई।
उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि विवाहिता को प्रवेश दिया जाता है या नहीं। विवाहित हो या अविवाहित किसी को भी पढ़ाई से वंचित नहीं किया जा सकता है। अब किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।
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