उत्तरकाशी। चार धाम यात्रा शुरू होते ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम आन वाले श्रद्धालुओं को जाम…
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Chardham: चारधाम यात्रा पर आने वाले 50 वर्ष आयु से अधिक वालों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस
– यात्रा मार्ग पर पहली बार श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में प्रारंभ की गई कैथ लैब -पब्लिक…
Chardham: चारधाम यात्रा के लिए 25 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
15 अप्रैल से 13 मई तक चारों धाम के लिए किए गए 25 लाख पंजीकरण उत्तराखण्ड…
Uttarakhand: संवेदनशील क्षेत्रों एवं स्लाइडिंग जोन में सुरक्षा बलों के साथ किया जाए उचित प्रबंधन
सचिव गृह दिलीप जावलकर ने केदारनाथ धाम में दर्शन को आ रहे तीर्थ-यात्रियों के लिए जिला…
Uttarakhand: बदरीनाथ में वीआईपी व्यवस्था को लेकर तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय लोगों का विरोध
बदरीनाथ धाम में वीआईपी व्यवस्था और बामनी गांव को जाने वाले आम रास्ता बंद करने के…
Chardham: युमनोत्री धाम यात्रा करते एक और श्रद्धालु की मौत, अब तक तीन मौत
यमुनोत्री धाम यात्रा में एक और श्रद्धालु की मौत, मृतकों की संख्या हुई तीन यमुनोत्री: चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी है। यमुनोत्री धाम यात्रा पर आए एक और श्रद्धालु की मौत हो गई है, जिससे इस यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। शनिवार को यमुनोत्री धाम यात्रा पर आए बेंगलुरु निवासी 54 वर्षीय विष्णु कुमार भाभा को जानकीचट्टी में अचेतावस्था में अस्पताल लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएचओ संतोष सिंह कुंवर ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस पंचनामा कार्यवाही कर रही है। इससे पहले यमुनोत्री यात्रा के पहले दिन ही दो श्रद्धालुओं की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। गौरतलब है कि शुक्रवार को केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हुई थी। पहले दिन लगभग 45 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जिसमें केदारनाथ धाम में 30 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन कर नया रिकॉर्ड बनाया।
Uttarakhand: कटापत्थर में रोके गए चारधाम यात्री, विधायक का किया घेराव
कटापत्थर में रोके गए चार धाम यात्री, विधायक का किया घेराव विकासनगर: यमुनोत्री धाम जा रहे तीर्थयात्रियों को कटापत्थर में रोके जाने पर हंगामा हो गया। गुस्साए तीर्थयात्री धरने पर बैठ गए और मौके पर पहुंचे विधायक मुन्ना सिंह चौहान का घेराव किया। तीर्थयात्रियों का आरोप था कि यात्रा मार्ग पर पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और उन्हें महंगा पानी खरीदना पड़ रहा है। एसडीएम, सीओ और एआरटीओ समेत कई अधिकारी तीर्थयात्रियों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, तभी विधायक मुन्ना सिंह चौहान भी मौके पर पहुँच गए। विधायक ने तीर्थयात्रियों को बताया कि जिस स्थान पर उन्हें रोका गया है वह सुरक्षित है, क्योंकि दिल्ली–यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जुड्डो के आसपास पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम में अधिक भीड़ होने के कारण वाहनों को कुछ देर रोका गया ताकि तीर्थयात्रियों को असुविधा न हो। लगभग आधे घंटे बाद तीर्थयात्री शांत हुए और अपनी यात्रा पर रवाना हुए। यह घटना दर्शाती है कि चार धाम यात्रा के दौरान प्रशासन को सुविधाओं को लेकर और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। pls read:Uttarakhand: 14 गढ़वाल में तैनात जवान…
Uttarakhand: चारधाम यात्रा का आगाज, केदारनाथ, युमनोत्री और गंगोत्री धाम के खुले कपाट
देहरादून: अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर शुक्रवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही हिमालय की पवित्र चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है। इसके बाद यमुनोत्री धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए, जहाँ माँ यमुना की डोली का भव्य स्वागत किया गया। हज़ारों श्रद्धालुओं ने किया दर्शन कपाट खुलने के साक्षी बनने के लिए लगभग 15 हजार तीर्थयात्री गुरुवार शाम ही केदारनाथ और गंगोत्री धाम पहुँच चुके थे। इसके अलावा, 35 हजार से ज़्यादा श्रद्धालु विभिन्न पड़ावों पर ठहरे हुए हैं। हेली सेवा भी शुरू केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा भी शुक्रवार से शुरू हो गई है, जिससे यात्रियों को पहुँचने में आसानी होगी। गंगोत्री और तुंगनाथ धाम के कपाट भी खुले चारधाम यात्रा के तहत शुक्रवार को ही गंगोत्री धाम के कपाट भी खोले गए। इसके अलावा, पंचकेदारों में तीसरे केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट भी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। भव्य सजावट से सजे धाम कपाटोद्घाटन के लिए सभी धामों को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था। केदारनाथ धाम को 20 क्विंटल, गंगोत्री धाम को 21 क्विंटल और यमुनोत्री धाम को 10 क्विंटल फूलों से सजाया गया। चारधाम यात्रा का कार्यक्रम यमुनोत्री धाम: सुबह 10:29 बजे कपाट खुले गंगोत्री धाम: दोपहर 12:25 बजे कपाट खुले केदारनाथ धाम: सुबह 7 बजे कपाट खुले यात्रा को लेकर उत्साह चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। उम्मीद है कि इस साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री चारधाम के दर्शन करेंगे। …
Uttarakhand: सीएस राधा रतूड़ी ने अवैध रूप से सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ अभियान के निर्देश दिए
देहरादून में भी कल से अवैध रूप से सड़क किनारे खड़े वाहनों के खिलाफ चलाया जाएगा…
Chardham Yatra: तैयारियों पर मुख्यमंत्री धामी की बैठक, अधिकारियों को दिये सख्त निर्देश
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं। मुख्य निर्देश: सचिवों द्वारा स्थलीय निरीक्षण: सभी विभागों के सचिवों को यात्रा मार्गों का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। साप्ताहिक समीक्षा बैठक: मुख्य सचिव हर हफ्ते चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक करेंगी। डीजीपी द्वारा निरीक्षण: डीजीपी को भी यात्रा से पहले स्थलीय निरीक्षण कर पुलिस और कानून व्यवस्था का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं। बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं: यात्रा मार्ग पर बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए जगह–जगह प्राइवेट हेल्थकेयर टेस्टिंग किट की व्यवस्था की जाएगी। प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन: यात्रा मार्गों पर प्लास्टिक और कूड़ा प्रबंधन के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जाएंगी। घोड़े–खच्चर चालकों का वेरिफिकेशन: घोड़े और खच्चर चालकों का वेरिफिकेशन कराया जाएगा और उनका पुलिस और आपराधिक रिकॉर्ड चेक किया जाएगा। घोड़े–खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जाएगा। श्रद्धालुओं से शालीनतापूर्ण व्यवहार: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से शालीनतापूर्ण व्यवहार किया जाए। अन्य व्यवस्थाएं: यात्रा मार्गों पर विद्युत, पेयजल, सड़क, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट मोड पर रहने और वाहन चालकों के लिए उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सूचना तंत्र: श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं समय पर मिल सकें, इसके लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाएगा। सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग किया जाएगा। निर्देशिका: होटल, गेस्ट हाउस और होम स्टे में चारधाम यात्रा से संबंधित निर्देशिका विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध कराई जाएगी। वनाग्नि पर भी नजर: मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के साथ ही वनाग्नि को रोकना भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने वन विभाग और अन्य विभागों को अलर्ट मोड पर रहने और वनाग्नि की रोकथाम के लिए सूचना तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। चारधाम यात्रा की तिथियाँ:…