चौखुटिया। स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के खिलाफ चल रहा ‘ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन’ लगातार तेज होता जा रहा है। शुक्रवार को आक्रोशित आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर देहरादून कूच पदयात्रा शुरू की, जो सुबह गगनभेदी नारों के बीच निकली। इसमें भारी संख्या में गांव-गांव से लोग उमड़ आए। उन्होंने नगर में आक्रोश रैली निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। तल्ख लहजे में एलान किया कि जनता बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने को पूरी तरह तैयार है।
आंदोलन और भूख हड़ताल को 23 दिन बीत जाने के बाद भी मांगों पर धरातल पर कोई ठोस पहल न होने से आंदोलनकारियों का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री आवास घेराव के लिए बुधवार को आंदोलन के मुखिया भुवन कठायत की अगुआई में देहरादून कूच पदयात्रा प्रारंभ कर दी है। बुधवार सुबह मातृशक्ति, युवा और बुजुर्ग यहां आंदोलन स्थल आरती घाट पर बड़ी संख्या में एकत्र हुए।
विभिन्न नारों और जनगीतों के बीच मुखिया समेत पदयात्रा में शामिल आंदोलनकारियों का फूल मालाओं से स्वागत हुआ और साढ़े दस बजे रैली के साथ पदयात्रा शुरू हुई। इस दौरान पूरा नगर “स्वास्थ्य सेवाएं बहाल करो, डॉक्टर दो-अस्पताल बचाओ” और “धामी सरकार होश में आओ” जैसे नारों से गूंज उठा। लोगों का सैलाब रैली के रूप में छह किलोमीटर दूर जमणियां-रामपुर पहुंचा, जहां से पदयात्री मैहलचौरी-गैरसैंण के लिए निकल गए। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि जल्द मांगें धरातल पर नहीं उतरीं तो उग्र आंदोलन की राह अपनाई जाएगी। रात्रि पड़ाव गैरसैंण में होगा।
कार्यक्रम व रैली में शामिल हुए लोग:
भुवन कठायत, पूर्व विधायक पुष्पेश त्रिपाठी, उपपा के पीसी तिवारी, जीवन नेगी, रमेश बाबू गोस्वामी, नरेंद्र बिष्ट, कैलाश पांडे, पूर्व प्रमुख मीना कांडपाल, गीता कठायत, दान सिंह कुमयां, अशोक कुमार, नंदन मेहरा, लीलाधर मठपाल, गोविंद सती, रामबहादुर, रूप सिंह नेगी, माधो सिंह बिष्ट, लालचंद, उमेश रावत, जगदीश नायक, धीरज तिवारी, कुंदन राम, जिपं सदस्य सरस्वती किरौला, संतोषी वर्मा, भावना रौतेला, चंदा, हीरा नेगी, महेंद्र बैडिया, महेश फुलारा, मदन कुमयां, विपिन गिरि, कृपाल बिष्ट, सुंदर सिंह नेगी, दिनेश परसारा, बालम नेगी, पूर्व जिपं उपाध्यक्ष कांता रावत आदि।
आंदोलन व आमरण अनशन 23वें दिन जारी:
नगर के आरती घाट पर आंदोलन और भूख हड़ताल यथावत जारी है। बुधवार को नारायण मेहरा पांचवें दिन और प्रधान मनोहर दत्त देवतला दूसरे दिन भूख हड़ताल में डटे रहे। जबकि बीरेंद्र बजेठा, बीसी जोशी, हीरा देवी, तुलसी देवी, प्रधान चंपा देवी और भागुली देवी क्रमिक धरने में शामिल हुए, जिन्हें आंदोलनकारियों ने फूल माला पहनाकर बिठाया। मासी से पहुंचे गजेंद्र सिंह बिष्ट, भगवत सिंह रावत, जगदीश नायक, कुंवर सिंह भेलवाल और बचे सिंह कठायत ने समर्थन देकर अनशनकारियों का हौसला बढ़ाया। बीते 2 अक्टूबर से शुरू हुए अनशन में अभी तक 16 लोग भूख हड़ताल में बैठ चुके हैं। 14 लोगों को पुलिस ने अनशन स्थल से उठा लिया है और अनशन में बैठने का क्रम जारी है।
हड़ताल का असर: दो विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचे
धीरे-धीरे ‘ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन’ का असर दिखने लगा है। फिलहाल शुक्रवार को विशेषज्ञ चिकित्सक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में पहुंच गए हैं, जिनकी तैनाती की प्रक्रिया चल रही है। संभवतः शनिवार को दोनों की विधिवत तैनाती हो जाएगी। प्रभारी डॉक्टर अमित रतन सिंह ने बताया कि इससे पहले एक और एमबीबीएस चिकित्सक की तैनाती हो चुकी है। आंदोलन के दबाव से सीएचसी में स्थापित ईसीजी मशीन का मरीजों को लाभ मिलना शुरू हो गया है। इस बीच अन्य व्यवस्थाएं भी सुधरी हैं। वहीं उप जिला चिकित्सालय को मंजूरी मिलने के बाद भवन निर्माण के लिए प्रक्रिया चल रही है।
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