नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत करते हुए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानी बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान 17 साल के लंबे निर्वासन के बाद अपने वतन लौट आए हैं। गुरुवार को तारिक रहमान अपनी पत्नी जुबैदा रहमान और बेटी जैमा रहमान के साथ ढाका पहुंचे। उनकी यह वापसी ऐसे संवेदनशील समय में हुई है जब पूरा देश युवा नेता शरीफ ओसमान हादी की हत्या के बाद फैली हिंसा और तनाव से जूझ रहा है।
तारिक रहमान पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे हैं और बीएनपी का प्रमुख चेहरा माने जाते हैं। उनकी वापसी को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गजब का उत्साह देखने को मिला। कड़ाके की ठंड की परवाह किए बिना लाखों की संख्या में समर्थक ढाका एयरपोर्ट और उसके आसपास के इलाकों में जमा हो गए ताकि अपने नेता का जोरदार स्वागत कर सकें। पार्टी का दावा है कि करीब 50 लाख लोग इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने हैं।
बांग्लादेश की सरकारी एयरलाइन की एक विशेष फ्लाइट तारिक रहमान और उनके परिवार को लेकर ढाका पहुंची। यह फ्लाइट पहले सिलहट के ओस्मानी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रुकी जहां सुबह करीब 10 बजे इसकी लैंडिंग हुई। इसके बाद वहां से उड़ान भरकर यह ढाका के हजरत शाहजहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंची। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। अंतरिम सरकार ने भी बीएनपी की मांग पर पूरा सहयोग देने का वादा किया था और सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखी गई।
एयरपोर्ट से निकलकर तारिक रहमान का काफिला सीधे पूर्वांचल के 300 फीट रोड पर आयोजित स्वागत समारोह की ओर बढ़ा। यहां एक विशाल जनसभा में उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए एक संक्षिप्त भाषण दिया। इसके बाद उनका कार्यक्रम अपनी बीमार मां और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया से मिलने का है जो अस्पताल में भर्ती हैं। 17 साल बाद मां बेटे की यह मुलाकात काफी भावुक होने की उम्मीद है।
तारिक रहमान की वापसी को बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। हादी की मौत के बाद उपजे तनाव और गृह मंत्रालय के विशेष सहायक के इस्तीफे के बीच तारिक की मौजूदगी पार्टी में नई जान फूंक सकती है। बीएनपी को उम्मीद है कि तारिक के आने से पार्टी को नई दिशा मिलेगी और वे देश में चल रहे राजनीतिक संकट का समाधान खोजने में अहम भूमिका निभाएंगे।
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