अल्मोड़ा। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में जंगली जानवरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया विकासखंड के अंतर्गत आने वाले चौकोड़ी जंगल में बुधवार की सुबह एक खौफनाक घटना घटी। जंगल में रोज की तरह घास लेने गई दो महिलाओं पर अचानक एक जंगली भालू ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले से पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई। भालू के इस हमले में दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। ग्रामीणों ने हिम्मत और तत्परता दिखाते हुए दोनों घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी सीएससी चौखुटिया पहुंचाया।
घायल महिलाओं की पहचान गीता देवी और चंपा देवी के रूप में हुई है। भालू का हमला इतना भीषण था कि गीता देवी के चेहरे, सिर और गर्दन पर नाखूनों के गहरे जख्म बन गए हैं। उनकी नाजुक हालत को देखते हुए डॉक्टरों को करीब 10 से 12 टांके लगाने पड़े। वहीं दूसरी महिला चंपा देवी के भी सिर और चेहरे पर पंजों के गंभीर निशान पाए गए हैं जिन पर 4 से 5 टांके लगाए गए हैं। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों महिलाओं की हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
घटना की खबर मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। उपजिलाधिकारी अनिल कुमार, तहसीलदार तितिक्षा जोशी, राजस्व निरीक्षक गोपाल दत्त जोशी और वन विभाग के एसडीओ काकुल पुंडीर तुरंत सीएससी चौखुटिया और घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने घायलों का हालचाल जाना और उनके बेहतर इलाज के लिए जरूरी निर्देश दिए।
वन विभाग ने भी इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ितों को तुरंत अंतरिम राहत प्रदान की। गंभीर रूप से घायल गीता देवी को 30 हजार रुपये और चंपा देवी को 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मौके पर ही दी गई। प्रशासन ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि वे जंगल के रास्ते में सतर्क रहें। साथ ही वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित इलाके में निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।