Uttarpradesh: भूनी टोल प्लाजा में घायल सैनिक कपिल पंवार बोले- ‘शरीर की चोट ठीक हो जाएगी, मन का घाव कभी नहीं भरेगा’ – The Hill News

Uttarpradesh: भूनी टोल प्लाजा में घायल सैनिक कपिल पंवार बोले- ‘शरीर की चोट ठीक हो जाएगी, मन का घाव कभी नहीं भरेगा’

मेरठ। भूनी टोल प्लाजा पर टोल कर्मियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए सैनिक कपिल पंवार ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सैनिक अस्पताल में इलाज के दौरान कहा कि “देश की सीमा पर दुश्मन से लड़ते हुए नहीं हिचकते, लेकिन देश के भीतर एक सैनिक से देशवासियों का ऐसा व्यवहार दुखद है।” उन्होंने आगे कहा कि “शरीर की चोट तो ठीक हो जाएगी लेकिन मन का घाव कभी नहीं भर पाएगा।”

दूसरी ओर, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इस घटना के बाद धरम सिंह एंड कंपनी का टोल ठेका रद्द कर दिया है और टोल संचालन के लिए 15 कर्मचारियों की एक नई टीम भेजी है। बुधवार को इस नई टीम ने सेंसर चालू कर टोल वसूला। पुलिस ने इस मामले में आठवें आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सात आरोपी पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।

18 अगस्त की दोपहर ड्यूटी पर करना था रिपोर्ट, लेकिन…

सैनिक अस्पताल में भर्ती गोटका गांव निवासी कपिल पंवार ने बताया कि उन्हें 18 अगस्त को दोपहर 12 बजे ड्यूटी पर रिपोर्ट करना था, इसलिए वह 17 अगस्त की शाम को घर से निकले थे। रात पौने आठ बजे मेरठ-करनाल हाईवे पर स्थित टोल पर पहुंचे तो उनकी गाड़ी के आगे खड़े वाहन सवारों से टोल कर्मियों की कहासुनी चल रही थी। मेरठ सिटी स्टेशन से ट्रेन पकड़ने में हो रही देरी के कारण ग्रेनेडियर कपिल ने टोल कर्मियों से कारण बताते हुए रास्ता देने का अनुरोध किया। उन्होंने अपना पहचान पत्र भी दिखाया।

कपिल के अनुसार, टोलकर्मी उनकी बात सुनने की बजाय उनसे भी अभद्रता करते हुए गाली-गलौच करने लगे। जब उन्होंने विरोध किया, तो सभी एक साथ मिलकर उन पर हमलावर हो गए और मारपीट की। आसपास खड़े किसी भी वाहन से कोई मदद के लिए नहीं पहुंचा। कार में उनके पिता, ताऊ और चचेरे भाई भी थे, लेकिन वे गाड़ी अनलॉक नहीं कर सके।

19 जनवरी 2018 को हुई थी नियुक्ति

ग्रेनेडियर रेजिमेंट में कपिल को 19 जनवरी 2018 को नियुक्ति मिली थी। 9 मई 2024 को उन्हें कश्मीर में तैनात 29वीं राष्ट्रीय राइफल्स में तैनाती मिली थी। करीब एक महीने की छुट्टी के बाद कपिल को बारामूला जिले के पट्टन में तैनात अपनी यूनिट में ड्यूटी ज्वाइन करने पहुंचना था। गोटका गांव में ही पढ़ाई पूरी करने के बाद कपिल सेना में भर्ती हुए थे। कपिल ने बताया कि वह घर से दिल्ली की ट्रेन पकड़ने के लिए निकले थे, और दिल्ली से सुबह श्रीनगर की फ्लाइट पकड़नी थी। इस घटना के बाद उनके पिता ने भी दोषियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की है।

 

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