Uttarakhand: काशीपुर में बनेगा ‘विभाजन स्मृति स्मारक’, सीएम धामी ने विभाजन के दर्द को किया याद – The Hill News

Uttarakhand: काशीपुर में बनेगा ‘विभाजन स्मृति स्मारक’, सीएम धामी ने विभाजन के दर्द को किया याद

देहरादून/काशीपुर। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देश के बंटवारे का दंश झेलने वाले लाखों लोगों के त्याग और बलिदान को नमन किया। ऊधमसिंहनगर के काशीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए, मुख्यमंत्री ने एक ‘विभाजन स्मृति स्मारक स्थल’ का शिलान्यास किया, जो आने वाली पीढ़ियों को इतिहास के उस काले अध्याय की याद दिलाएगा।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, “14 अगस्त 1947 का दिन हम कभी नहीं भूल सकते, जब मजहब की आड़ में भारत को दो हिस्सों में बांट दिया गया।” उन्होंने कहा कि जहां एक ओर देश 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा था, वहीं ठीक एक दिन पहले करोड़ों लोगों को अपने घर, गांव, खेत-खलिहान और अपनों से बिछड़कर शरणार्थी बनने पर मजबूर होना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी उन लोगों की आंखों में वो अकल्पनीय पीड़ा है, जिनके प्रियजनों को विभाजन की त्रासदी ने उनसे छीन लिया।

मुख्यमंत्री ने इस दिन के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2021 के उस निर्णय का उल्लेख किया, जिसमें 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आने वाली पीढ़ियां अपने पूर्वजों द्वारा किए गए त्याग और बलिदान को हमेशा याद रखें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण की नई धारा प्रवाहित हो रही है। उन्होंने अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर, केदारनाथ-बद्रीनाथ धामों के पुनर्निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और महाकाल लोक जैसे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि इनके माध्यम से हमारी धार्मिक विरासत को पुनर्स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति, तीन तलाक का अंत और सीएए जैसे निर्णयों को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने वाला बताया।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता (UCC) और देश का सबसे प्रभावी नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। उन्होंने बताया कि केदारखंड की तर्ज पर मानसखंड के पौराणिक मंदिरों का भी पुनरुत्थान किया जा रहा है, जिसमें काशीपुर का चैती मंदिर भी शामिल है। इसके अलावा, गोविंद घाट से हेमकुंड साहिब तक रोपवे का निर्माण, सख्त धर्मांतरण और दंगा विरोधी कानूनों को लागू करना और 7,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराना सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में शामिल है।

इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद अजय भट्ट, काशीपुर के मेयर दीपक बाली, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा और पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

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