Uttarakhand: RSS पर पुस्तक विमोचन- सीएम धामी बोले- ‘लैंड जिहाद’ पर एक्शन जारी, 7 हजार एकड़ भूमि मुक्त कराई, 200 मदरसे सील

“ऑपरेशन कालनेमि” के तहत पाखंडियों पर कार्रवाई का किया जिक्र, RSS को बताया राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित संगठन

देहरादून।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर लिखी गई एक पुस्तक का विमोचन करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों और प्राथमिकताओं को गिनाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय पहचान को संरक्षित रखने के लिए सरकार पूरी तरह संकल्पबद्ध है और ‘लैंड जिहाद’ जैसी गतिविधियों पर कार्रवाई जारी रहेगी।

यह कार्यक्रम आईआरडीटी सभागार, देहरादून में “फिलॉसोफी एंड एक्शन ऑफ़ आरएसएस फॉर हिन्द स्वराज” पुस्तक के पुनर्प्रकाशित संस्करण के लोकार्पण के लिए आयोजित किया गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबोले और राष्ट्रवादी चिंतक एवं ‘प्रज्ञा प्रवाह’ के संयोजक श्री जे. नंदकुमार भी उपस्थित थे।

‘लैंड जिहाद’ और अवैध निर्माण पर बोले मुख्यमंत्री

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश में सुनियोजित तरीके से चल रहे ‘लैंड जिहाद’ पर कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने कहा, “‘लैंड जिहाद’ माफिया प्रदेश में हरा, नीला या पीला कपड़ा डालकर बेशकीमती सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहे थे। हमने इस पर कार्रवाई करते हुए सात हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को लैंड जिहादियों से मुक्त कराया है।”

उन्होंने आगे बताया कि इसके साथ ही 200 से अधिक अवैध मदरसों को सील किया गया है और 500 से अधिक अवैध संरचनाओं को भी हटाया गया है। मुख्यमंत्री ने “ऑपरेशन कालनेमि” का जिक्र करते हुए कहा कि इसके माध्यम से उन पाखंडी और विधर्मियों को गिरफ्तार किया जा रहा है, जो धर्म की आड़ में लोगों को भ्रमित करते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “हम ऐसे घुसपैठियों को देवभूमि में किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेंगे, और ये लोग जहां से आए हैं, उन्हें वापस वहीं पहुंचाकर ही दम लेंगे।”

सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण पर जोर

सीएम धामी ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में श्रीमद्भगवद्गीता के पाठ को अनिवार्य कर एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहल की है। उन्होंने देश में सबसे पहले “समान नागरिक संहिता” (UCC) कानून लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय का भी उल्लेख किया।

पुस्तक और RSS पर क्या कहा?

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुस्तक वर्ष 1951 में कैथोलिक पादरी फादर एंथोनी द्वारा लिखी गई थी। उस चुनौतीपूर्ण समय में, जब संघ को लेकर कई भ्रांतियां फैलाई जा रही थीं, फादर एंथोनी ने निष्पक्षता से लिखा कि RSS कोई सांप्रदायिक संस्था नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित एक अनुशासित और आध्यात्मिक संगठन है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह पुस्तक आने वाली पीढ़ियों को संघ के प्रारंभिक संघर्षों, त्याग और तपस्या से परिचित कराएगी।

उन्होंने कहा कि डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा 1925 में स्थापित संघ ने अपनी सौ वर्षों की यात्रा में भारत में सांस्कृतिक पुनर्जागरण, सामाजिक समरसता और आत्मगौरव की दिव्य धारा प्रवाहित की है।

पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण के अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मजबूत नेतृत्व में कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति, ट्रिपल तलाक जैसी कुप्रथा का अंत और नागरिकता संशोधन जैसे कानूनों के माध्यम से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है।

 

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