चंडीगढ़। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर नशे के खिलाफ छेड़े गए ‘युद्ध नशਿਆਂ विरुद्ध’ अभियान ने 129वें दिन एक बड़ा रूप ले लिया। मंगलवार को पंजाब पुलिस ने राज्य भर में एक साथ 180 बस अड्डों पर एक बड़ा घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) चलाया, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर नशीले पदार्थों की आवाजाही और बिक्री पर अंकुश लगाना था।
यह राज्यव्यापी अभियान पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के दिशा-निर्देशों के तहत सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ संचालित किया गया। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला, जो व्यक्तिगत रूप से इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे, ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी पुलिस आयुक्तों (CPs) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (SSPs) को पुलिस अधीक्षक (SP) रैंक के अधिकारियों की देखरेख में भारी पुलिस बल तैनात करने के लिए कहा गया था। इस दौरान राज्य के लगभग सभी बस अड्डों पर मौजूद संदिग्ध व्यक्तियों की गहनता से जांच की गई।
इस विशेष अभियान के अलावा, पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ अपनी नियमित कार्रवाई भी जारी रखी। मंगलवार को राज्य भर में 458 विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए, जिसके परिणामस्वरूप 84 प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गईं और 111 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई के साथ ही पिछले 129 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या बढ़कर 21,026 हो गई है।
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को की गई छापेमारी में गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 41.3 किलोग्राम हेरोइन, 1.7 किलोग्राम अफीम और 23,980 रुपये की ड्रग मनी भी बरामद की गई है। उन्होंने जानकारी दी कि दिन भर चले इस ऑपरेशन में 87 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1500 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 200 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया और 473 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।
इसके साथ ही, पुलिस ने राज्य की जेलों में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए छह जिलों—बठिंडा, मानसा, बरनाला, पटियाला, संगरूर और एसएएस नगर (मोहाली)—की जेलों में भी एक विशेष तलाशी अभियान चलाया। अर्पित शुक्ला ने कहा, “हमारी पुलिस टीमों ने जेल परिसर में बैरकों, रसोई और शौचालयों सहित हर कोने की गहनता से तलाशी ली।”
राज्य सरकार नशे के अभिशाप को जड़ से खत्म करने के लिए एक त्रि-आयामी रणनीति—प्रवर्तन (Enforcement), नशामुक्ति (Deaddiction) और रोकथाम (Prevention)— पर काम कर रही है। ‘नशामुक्ति’ के तहत, पंजाब पुलिस ने मंगलवार को 83 लोगों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया। विशेष डीजीपी ने जोर देकर कहा कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और जब तक राज्य से नशे का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता, तब तक इस तरह के अभियान जारी रहेंगे।
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