Himachal: आपदा में ‘लापता’ सांसद कंगना, जयराम के तल्ख तेवर और सुक्खू के तंज ने बढ़ाई सियासत

मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में आई विनाशकारी आपदा के बीच, स्थानीय सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत की गैरमौजूदगी एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गई है। प्रभावित क्षेत्रों के लोग पिछले चार दिनों से अपनी नई सांसद का इंतजार कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी भी “मंडी की डाकिया” वाले नारे पर तंज कस रही है। इस बीच, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की तल्ख टिप्पणी और मुख्यमंत्री सुक्खू के सियासी बाणों ने इस मामले को और गरमा दिया है।

सड़कों का हवाला देकर कंगना ने दी सफाई

चौतरफा आलोचना के बाद सांसद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने लिखा, “प्राकृतिक आपदाएं हिमाचल के लोगों के लिए त्रासदी बनती जा रही हैं। यह स्थिति दिल तोड़ने वाली है।” कंगना ने दावा किया कि उन्होंने सराज और अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने की कोशिश की, लेकिन सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित होने के कारण उन्हें रोक दिया गया।

उन्होंने आगे लिखा कि नेता प्रतिपक्ष एवं सराज के विधायक जयराम ठाकुर ने उन्हें सलाह दी है कि जब तक संपर्क मार्ग बहाल नहीं हो जाते और लोगों तक सुरक्षित पहुंचना संभव नहीं है, तब तक उन्हें इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह प्रशासन से अनुमति की प्रतीक्षा कर रही हैं और हालात सामान्य होते ही लोगों के बीच पहुंचेंगी।

जयराम ठाकुर के बयान ने खड़े किए सवाल

हालांकि, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बयान ने कंगना के इस स्पष्टीकरण पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। जब पत्रकारों ने वीरवार को उनसे कंगना की गैरमौजूदगी के बारे में पूछा, तो उन्होंने तल्ख लहजे में कहा, “उनके बारे में कुछ नहीं कहूंगा। हमने अपने लोगों के साथ जीना-मरना है। जिनका लोगों के साथ कोई सीधा संपर्क नहीं, उनके बारे में मैं कुछ नहीं कहूंगा।” जयराम ठाकुर का यह बयान कंगना के उस दावे को कमजोर करता है, जिसमें उन्होंने जयराम द्वारा रुकने की सलाह दिए जाने की बात कही थी, और यह भाजपा के भीतर चल रही खींचतान की ओर भी इशारा करता है।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी कसा तंज

इस सियासी घमासान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी कूद पड़े हैं। उन्होंने शिमला में पत्रकारों से बातचीत में कंगना रनौत पर तंज कसते हुए कहा, “जल्द ही कंगना रनौत को जयराम ठाकुर से बात कर यहां आना चाहिए। जयराम ठाकुर बहुत गुस्से में हैं।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि रोपवे के लिए पैसा आने वाला है और आपदा के समय राजनीति नहीं करनी चाहिए।

कुल मिलाकर, मंडी में आई प्राकृतिक आपदा अब एक राजनीतिक अखाड़े में तब्दील हो गई है, जहां नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत अपने ही बयानों और पार्टी के वरिष्ठ नेता की नाराजगी के बीच घिर गई हैं।

 

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