उत्तरकाशी/बड़कोट। यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओजरी के पास सड़क बहने से उत्पन्न हुई बाधा को दूर करने के लिए बेली ब्रिज का निर्माण कार्य तेज हो गया है। बीते छह दिनों से अवरुद्ध इस महत्वपूर्ण मार्ग को खोलने के लिए ऋषिकेश से बेली ब्रिज का सामान लेकर छह ट्रक मौके पर पहुंच गए हैं। लोक निर्माण विभाग (एनएच खंड) के अधिकारियों के अनुसार, शनिवार से ब्रिज बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा, जिससे जल्द यातायात बहाल होने की उम्मीद है।
छह दिन पहले आपदा ने मचाई थी तबाही
गौरतलब है कि 28 जून की रात सिलाई बैंड के पास बादल फटने और मूसलाधार बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड से ओजरी तक कई जगहों पर भूस्खलन हुआ था। अन्य स्थानों पर तो विभाग ने नई कटिंग कर मार्ग खोल दिया, लेकिन ओजरी में गदेरे (स्थानीय नाला) के उफान पर आने से सड़क का 15 मीटर से अधिक हिस्सा पूरी तरह बह गया था। अधिकारियों ने पानी को डाइवर्ट करने की योजना बनाई थी, लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण यह संभव नहीं हो पाया, जिसके बाद बेली ब्रिज बनाना ही एकमात्र विकल्प बचा।
शनिवार से शुरू होगा ब्रिज का निर्माण
एनएच खंड के सहायक अभियंता, धीरज गुप्ता ने बताया कि लगभग 24 मीटर लंबे इस बेली ब्रिज के निर्माण के लिए प्रशिक्षित श्रमिकों की टीम को बुलाया गया है। ऋषिकेश से भेजे गए सामान के ट्रक मौके पर पहुंच चुके हैं और काम शुरू करने की पूरी तैयारी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस निर्माण कार्य में दो से तीन दिन का समय लग सकता है।
इस बीच, एक अन्य राहत भरी खबर में, ओजरी से लगभग 14 किमी आगे बनास में धंसी सड़क के स्थान पर नई कटिंग कर यमुनोत्री हाईवे पर यातायात बहाल कर दिया गया है।
लापता मजदूरों का छठे दिन भी कोई सुराग नहीं
हालांकि, इस आपदा का दुःखद पहलू अभी भी बरकरार है। सिलाई बैंड में बादल फटने से मलबे में दबे सात लापता मजदूरों का छठे दिन, शुक्रवार को भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। उनकी खोजबीन के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें लगातार गहन सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
प्रशासन की अपील और निगरानी
जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को ओजरी में जल्द से जल्द यातायात बहाल करने और तब तक यात्रियों व स्थानीय लोगों के लिए सुरक्षित पैदल आवागमन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने आम जनता से भी आपदा राहत और सड़क मरम्मत कार्यों में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है, ताकि मार्ग को पूरी तरह से जल्द से जल्द खोला जा सके।