देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को हरिद्वार में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और मूल स्वरूप (डेमोग्राफी) को संरक्षित रखने के लिए पूरी तरह से संकल्पबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री आवास से भीमगोडा, हरिद्वार में जगदीश स्वरूप विद्यानन्द आश्रम ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस श्रीमद् भागवत कथा में शामिल होते हुए सीएम धामी ने कहा कि आज के भौतिकवादी युग में जब मनुष्य मानसिक रूप से अशांत है, तब श्रीमद्भागवत कथा आंतरिक शांति, समाधान और आत्म-साक्षात्कार का मार्ग दिखाती है। उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ कोई सामान्य पुस्तक नहीं, बल्कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य वाणी का साकार रूप है।
सनातन संस्कृति की पताका विश्व में लहरा रही
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज सनातन संस्कृति की पताका पूरे विश्व में लहरा रही है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों का पुनर्निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का विस्तार और महाकाल लोक का निर्माण, ये सभी हमारी धार्मिक धरोहरों को संजोने और संवारने के अभूतपूर्व प्रयास हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार भी राज्य की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए निरंतर कार्य कर रही है। केदारखंड और मानसखंड के मंदिर क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में भी काम किया जा रहा है। भारतीय संस्कृति, दर्शन और इतिहास के गहन अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए दून विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर हिन्दू स्टडीज’ की स्थापना भी की गई है।
UCC लागू करना साहसिक उपलब्धि
सीएम धामी ने राज्य सरकार की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज में समानता और सभी के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना है जिसने “समान नागरिक संहिता” (UCC) कानून को लागू करने का साहसिक कार्य किया है। इसके साथ ही, राज्य में एक सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून भी लागू किया गया है ताकि किसी भी प्रकार के जबरन धर्म परिवर्तन को रोका जा सके।
इस वर्चुअल संबोधन में मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित परमपूज्य जगद्गुरु आचार्य श्री गरीबदास जी महाराज, श्रीब्रह्मसागर जी महाराज, स्वामी श्री अमृतानन्द जी महाराज, युवा संत स्वामी पूज्य श्री राम जी महाराज और कथा व्यास पूज्य श्री इन्द्रेश उपाध्याय जी सहित सभी संतगणों और श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध गायक बी. प्राक भी मौजूद रहे।
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