एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक महिला के साथ चलती कार में अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि जब उसने घटना के बाद कोतवाली नगर में रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की तो पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की, जिसके बाद उसे न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा। अब अदालत के आदेश पर पुलिस ने कासगंज निवासी एक नामजद समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामला कोतवाली नगर क्षेत्र का है। अदालत को दिए अपने प्रार्थना पत्र में पीड़िता ने बताया कि वह 15 फरवरी को किसी निजी काम से एटा आई थी। काम खत्म होने के बाद जब वह अपने घर जाने के लिए कासगंज रोड पर स्थित रेलवे पुल तिराहे पर वाहन का इंतजार कर रही थी, तभी कासगंज जिले के ढोलना थाना क्षेत्र के गांव झाबर निवासी जितेंद्र अपने तीन साथियों मोहित, पुष्पेंद्र और भंवरपाल के साथ वहां पहुंचा।
पीड़िता के अनुसार, चारों आरोपियों ने उसे जबरन अपनी कार में खींच लिया और गाड़ी के दरवाजे व खिड़कियों के शीशे बंद कर दिए। जब महिला ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने गालियां देते हुए उसका मुंह बंद कर दिया और चलती कार में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद, आरोपियों ने उसे चलती गाड़ी से धक्का देकर बाहर फेंक दिया और मौके से फरार हो गए।

इस भयावह घटना के बाद पीड़िता किसी तरह हिम्मत जुटाकर न्याय की गुहार लगाने के लिए कोतवाली नगर पहुंची, लेकिन उसका आरोप है कि वहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद, उसने अपनी शिकायत का प्रार्थना पत्र रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कार्यालय को भी भेजा, लेकिन वहां से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। हर तरफ से निराश होने के बाद, पीड़िता ने अंततः न्यायालय की शरण ली।
मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। अदालत के आदेश के बाद, कोतवाली नगर पुलिस ने जितेंद्र, मोहित, पुष्पेंद्र और भंवरपाल के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
इस संबंध में सीओ सिटी अमित कुमार राय ने बताया कि अदालत के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।