Himachal: धर्मशाला में बनेगा ‘एकता मॉल’, सीएम सुक्खू ने दिए कांगड़ा के विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिले, विशेषकर धर्मशाला में चल रही और प्रस्तावित विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक का मुख्य केंद्र धर्मशाला में बनने वाला ‘एकता मॉल’ (पीएम यूनिटी मॉल) रहा, जिसे ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (One District-One Product) की महत्वाकांक्षी पहल के तहत स्थापित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने एकता मॉल के निर्माण से जुड़े विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी ली और कहा कि यह योजना न केवल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देगी, बल्कि कांगड़ा को एक नई पहचान भी दिलाएगी। उन्होंने कहा, “‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने, रोजगार के अवसर पैदा करने और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में मील का पत्थर साबित होगी।” इस मॉल में हर जिले के खास उत्पादों के लिए जगह होगी, जिससे स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों को एक बड़ा बाजार मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि कांगड़ा जिले में सभी परियोजनाओं के निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण और वन संबंधी स्वीकृतियों का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए, ताकि परियोजनाओं को समय पर शुरू और समाप्त किया जा सके। उन्होंने विकास कार्यों में किसी भी तरह की देरी को बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने प्रदेश में आतिथ्य क्षेत्र (हॉस्पिटैलिटी सेक्टर) में निवेश की अपार संभावनाओं पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांगड़ा, विशेषकर धर्मशाला, पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है और यहां बेहतर होटल और अन्य सुविधाओं के विकास से न केवल पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के अनगिनत अवसर भी पैदा होंगे। इससे क्षेत्र की आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला के अलावा कांगड़ा जिले के विभिन्न अन्य उपमंडलों में चल रही और प्रस्तावित परियोजनाओं की भी समीक्षा की और अधिकारियों से उनकी वर्तमान स्थिति की जानकारी ली।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव (लोक निर्माण) आर.डी. नजीम, उद्योग निदेशक डॉ. यूनुस, मुख्य अभियंता प्रदीप कुमार, विशेष सचिव हरबंस सिंह ब्रास्कॉन और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जबकि उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए। इस समीक्षा बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कांगड़ा को एक मॉडल जिले के रूप में विकसित करने की सरकार की परिकल्पना को जमीनी स्तर पर तेजी से उतारा जा सके।

 

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