पंचकूला, 27 मई: हरियाणा के पंचकूला में एक दर्दनाक घटना में कर्ज के बोझ से दबे एक परिवार के सात लोगों ने सोमवार रात ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में पति-पत्नी, तीन बच्चे और परिवार के दो बुजुर्ग सदस्य शामिल हैं। सभी शव एक देहरादून नंबर की कार में मिले। मृतकों में दो की पहचान प्रवीन मित्तल और उनके पिता देशराज मित्तल के रूप में हुई है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।
घटना पंचकूला के सेक्टर 27 में हुई। रात करीब 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि मकान नंबर 1204 के बाहर खड़ी एक कार में कुछ लोग आत्महत्या की कोशिश कर रहे हैं। मौके पर पहुँची पुलिस ने कार में सवार छह लोगों को सेक्टर 26 के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जबकि एक अन्य व्यक्ति घर के बाहर तड़पता हुआ मिला, जिसे सेक्टर 6 के नागरिक अस्पताल ले जाया गया. सभी की बाद में मौत हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रवीन मित्तल ने कुछ समय पहले देहरादून में टूर एंड ट्रैवल का व्यवसाय शुरू किया था, जो असफल रहा और उन्हें भारी नुकसान हुआ। इससे परिवार कर्ज में डूब गया और उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि गुज़ारा करना भी मुश्किल हो गया था।
देहरादून पुलिस ने भी शुरू की जांच:
देहरादून पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि मृतक प्रवीण मित्तल का परिवार लगभग 8-9 महीने पहले तक कोलागढ़, देहरादून में किराए पर रहता था। उनका मूल निवास चंडीगढ़ बताया जा रहा है। घटनास्थल पर मिली कार देहरादून के एक व्यक्ति गंभीर सिंह नेगी के नाम पर पंजीकृत है, जिनका कहना है कि वह प्रवीण मित्तल को NGO के काम के सिलसिले में जानते थे और उन्होंने दोस्ती के नाते ही कार अपने नाम फाइनेंस करवाई थी, जिसे प्रवीण इस्तेमाल करता था. वर्तमान में मृतक परिवार सहित चंडीगढ़ में रह रहा था. प्रवीण पहले ‘चाइल्ड लाइफ केयर मिशन’ नाम से एक NGO चलाता था.
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