देहरादून: उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर लगातार कार्रवाई जारी है। मंगलवार को टिहरी गढ़वाल जिले की धनोल्टी तहसील में तैनात नाज़िर वीरेंद्र सिंह कैन्तुरा को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान में शिकायत दर्ज कराई थी कि नाज़िर उसकी पत्नी द्वारा खरीदी गई जमीन की दाखिल-खारिज में जानबूझकर गलत आपत्ति रिपोर्ट लगा रहा है और सही रिपोर्ट के लिए रिश्वत मांग रहा है.
सतर्कता विभाग की टीम ने जाल बिछाकर नाज़िर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। विभाग द्वारा उसके घर की तलाशी ली जा रही है और उसकी संपत्ति की जांच की जा रही है।
सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता निलंबित:
दूसरी ओर, सिंचाई विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता आर. के. तिवारी को हरिद्वार में पंतदीप पार्किंग की नीलामी में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। CBI जांच और शासन को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर उन्हें प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। निलंबन के दौरान उन्हें मुख्य अभियंता स्तर-2, अल्मोड़ा के कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
सतर्कता अधिष्ठान का हेल्पलाइन नंबर:
राज्य के किसी भी सरकारी विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर संपर्क किया जा सकता है।
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