देहरादून: मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में हाउस ऑफ हिमालयाज के निदेशक मंडल की बैठक हुई। बैठक में हाउस ऑफ हिमालयाज को एक बड़े ब्रांड के रूप में विकसित करने पर चर्चा की गई।
मुख्य सचिव ने कहा कि हाउस ऑफ हिमालयाज की पहचान बनाए रखने के लिए इसके उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने प्रत्येक उत्पाद के लिए गुणवत्ता मानक तय करने को कहा। उन्होंने कहा कि भौगोलिक संकेतक (GI) टैगिंग का लाभ उठाने के लिए उत्पादों की गुणवत्ता के साथ-साथ पर्याप्त आपूर्ति भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके लिए उन्होंने कृषि और अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाने के निर्देश दिए।
ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर ज़ोर:

मुख्य सचिव ने हाउस ऑफ हिमालयाज की ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स और अपनी वेबसाइट के माध्यम से बिक्री के अलावा, अन्य राज्यों में भी आउटलेट बढ़ाए जाएं। साथ ही, हथकरघा और हस्तशिल्प के नए उत्पादों को भी शामिल किया जाए।
सचिव राधिका झा ने कहा कि हाउस ऑफ हिमालयाज का उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम दिलाकर पहाड़ी क्षेत्रों में खेती को लाभदायक बनाना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कई ई-कॉमर्स साइटों और राज्य के अंदर और बाहर आउटलेट बनाए गए हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव सचिन कुर्वे, हाउस ऑफ हिमालयाज के प्रबंध निदेशक मनुज गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
Pls read:Uttarakhand: रिश्वत लेते नाज़िर गिरफ्तार, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता निलंबित