रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शौर्य और पराक्रम का परिचय देते हुए एक नया इतिहास रचा है. सेना ने सटीकता, सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई की. निर्धारित लक्ष्यों को योजना के अनुसार ध्वस्त किया गया. किसी भी नागरिक ठिकाने या नागरिक जनसंख्या को नुक्सान नहीं पहुँचा. सेना ने सटीकता, सतर्कता और मानवता का परिचय दिया. रक्षा मंत्री ने सेना के जवानों और अधिकारियों को पूरे देश की ओर से धन्यवाद दिया.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेना को संपूर्ण समर्थन देने के लिए भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि सेना ने हनुमान जी के आदर्श “जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे” का पालन किया. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से आतंकियों को प्रशिक्षण देने वाले कैंपों को तबाह कर करारा जवाब दिया. भारत ने हमलों के जवाब में अपने ‘राइट टू रिस्पांस’ का इस्तेमाल किया.
रक्षा मंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई सोच-समझकर और सधे हुए तरीके से की गई. आतंकियों के हौसले पस्त करने के लिए यह कार्रवाई सिर्फ उनके कैंपों और अन्य संरचनाओं तक ही सीमित रखी गई.
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
रक्षा मंत्री ने बताया कि जम्मू-कश्मीर, डूब क्षेत्र, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है. ये परियोजनाएं सिर्फ भौतिक अवसंरचनाएं ही नहीं हैं, बल्कि ये लोगों को भी जोड़ती हैं. इनसे राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलती है और सभी क्षेत्रों में आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ावा मिलता है. ये परियोजनाएं परिवहन, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी, जिससे स्थानीय निवासियों की आय में वृद्धि होगी, उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा और इन क्षेत्रों में समृद्धि आएगी.
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