सोलन: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में ग्रीन इंडस्ट्री में निवेश का यह सही समय है. राज्य सरकार ग्रीन इंडस्ट्री को प्रोत्साहित कर रही है.
मुख्यमंत्री सोमवार को कसौली के गांधी ग्राम में अखिल भारतीय मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के “नेशनल ट्रक एंड बस मीट” में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि ई-टैक्सी योजना के तहत अब तक 50 ई-टैक्सियां सरकारी विभागों से जोड़ी जा चुकी हैं और 10 मई से पहले 50 और ई-टैक्सियों को मंज़ूरी दी जाएगी.
इस साल 3000 वाहन ई-व्हीकल में बदलेंगे:
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस साल सरकार का लक्ष्य 3000 पेट्रोल और डीजल वाहनों को ई-व्हीकल में बदलने का है. कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, विधायक विनोद सुल्तानपुरी और संजय अवस्थी, वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, जोगिंद्रा बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, APMC सोलन के अध्यक्ष रोशन ठाकुर, उद्योग निदेशक यूनुस, पर्यटन निदेशक विवेक भाटिया, अखिल भारतीय मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हरीश सभरवाल, सह-अध्यक्ष राकेश त्रेहान, और सम्मेलन अध्यक्ष भीम वाधवा उपस्थित थे.

686 मेगावाट की तीन विद्युत परियोजनाएं लेगी सरकार:
शानन प्रोजेक्ट के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि मामला तीन महीने से सुप्रीम कोर्ट में है. शानन प्रोजेक्ट पर हिमाचल का अधिकार है और वह पिछली सरकार की तरह राज्य की संपत्ति को लुटने नहीं देंगे. उन्होंने बताया कि बैरा स्यूल प्रोजेक्ट के 40 साल पूरे होने के बाद उसके अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. सुन्नी, लुहरी और धौलासिद्ध में 686 मेगावाट की तीन परियोजनाओं के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है और इससे प्राप्त धन का इस्तेमाल राज्य के विकास के लिए किया जाएगा. 1300 करोड़ रुपये के कर्ज़ पर उन्होंने कहा कि विकास के लिए कर्ज़ लेना एक निरंतर प्रक्रिया है.
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