Punjab: तरनतारन में सब-इंस्पेक्टर की हत्या में सात गिरफ्तार, दो करोड़ मुआवजे का ऐलान

तरनतारन: तरनतारन के खडूर साहिब हलके के गांव कोट मोहम्मद खां में दो गुटों के बीच विवाद सुलझाने गए सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में सरपंच सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जांच के लिए एसपी (आई) अजयराज सिंह के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में सरपंच कुलदीप सिंह, अर्शप्रीत सिंह कालू, हरपाल सिंह, राजनदीप सिंह बिल्लू, गुरसेवक सिंह, पलविंदर सिंह और जोरावर सिंह शामिल हैं। इन्हें शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने दो करोड़ के मुआवजे की घोषणा की:

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मृतक सब-इंस्पेक्टर के परिवार को दो करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि एक करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी और एक करोड़ रुपये पुलिस कल्याण बीमा योजना के तहत एचडीएफसी बैंक द्वारा दिए जाएंगे।

विवाद का कारण:

मृतक सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह थाना गोइंदवाल साहिब के अतिरिक्त एसएचओ थे। पुलिस जांच के अनुसार, गांव के सरपंच कुलदीप सिंह और अर्शप्रीत सिंह कालू के गुटों के बीच 20 दिनों से विवाद चल रहा था। बुधवार रात को पुलिस हेल्पलाइन 112 पर शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी।

पुलिस पर हमला:

पुलिस के अनुसार, मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर सरपंच के गुट ने हमला कर दिया। पथराव में एएसआई जसबीर सिंह का हाथ टूट गया। सरपंच ने अपने साथियों को पुलिसकर्मियों के हथियार छीनकर उन पर हमला करने के लिए उकसाया। इसके बाद राजनदीप सिंह बिल्लू ने हेड कांस्टेबल मंदीप सिंह से पिस्तौल छीन ली और फायरिंग शुरू कर दी। जब सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह ने हस्तक्षेप किया तो सरपंच के कहने पर बिल्लू ने उन्हें गोली मार दी। भीड़ ने पुलिस टीम पर लाठी से भी हमला किया। डीएसपी के आदेश पर पुलिस ने हवाई फायर किया, जिसके बाद आरोपी फरार हो गए।

पुलिस कार्रवाई:

डीएसपी अतुल सोनी ने बताया कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों की संख्या अधिक थी। डीआईजी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि एसपी (आई) अजयराज सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई की जा रही है और किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

अंतिम संस्कार:

मृतक सब-इंस्पेक्टर के बेटे के कनाडा से लौटने के बाद शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके परिवार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह घटना पूर्व उपराष्ट्रपति कृष्ण कांत के पैतृक गांव में हुई है, जिससे ग्रामीण शर्मसार हैं।

विपक्ष का हमला:

विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और मुख्यमंत्री भगवंत मान को विफल मुख्यमंत्री बताया है। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि आम आदमी पार्टी के सरपंच और समर्थकों द्वारा डीएसपी और थाना प्रभारी की मौजूदगी में सब-इंस्पेक्टर की हत्या ने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान पुलिस अधिकारियों का मूकदर्शक बने रहना कानून व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।

 

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