देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अवैध खनन पर दिए अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी भी अधिकारी का नाम नहीं लिया और उनके बयान के कुछ हिस्सों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके लिए सभी अधिकारी प्रिय हैं।
“अधिकारियों की चलती है” बयान पर सफाई:
मीडिया से बातचीत में त्रिवेंद्र रावत ने कहा था कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब लोग कहते थे कि अधिकारियों की चलती है और त्रिवेंद्र उन्हें बहुत लिफ्ट देते हैं। इस बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि उनके लिए सभी अधिकारियों ने मिलकर काम किया है और उन्होंने सभी अधिकारियों को सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि उनके बयान के आगे-पीछे के हिस्से को काटकर केवल कहावत को मुद्दा बनाया गया है।
किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लिया:
त्रिवेंद्र रावत ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने बयान में किसी व्यक्ति विशेष या अधिकारी का नाम नहीं लिया और न ही किसी अधिकारी के बयान का ज़िक्र किया।
पार्टी को अस्थिर करने की इच्छा से इनकार:
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी को अपने खून से सींचा है और वह सरकार को अस्थिर नहीं देखना चाहते। उन्होंने कहा कि खनन से राजस्व बढ़ा है, यह अच्छी बात है, लेकिन अवैध और अवैज्ञानिक खनन नहीं होना चाहिए।
Pls read:Uttarakhand: हरीश रावत ने वक्फ संशोधन विधेयक और नाम बदलने के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा