आगरा। समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के बाद आगरा में तनाव का माहौल है. करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद के आवास पर हंगामा किया और पुलिस के साथ झड़प हुई. इस दौरान पथराव, लाठीचार्ज, और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
सांसद आवास पर बवाल:
करणी सेना के कार्यकर्ता सांसद रामजीलाल सुमन के आवास का घेराव करने पहुंचे. पुलिस पहले से ही वहाँ तैनात थी, लेकिन कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए अंदर घुसने की कोशिश करने लगे. पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो झड़प शुरू हो गई. कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया और कुर्सियां फेंकीं. इस हमले में एक इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. हालात बिगड़ते देख अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और लाठीचार्ज करके भीड़ को तितर-बितर किया गया. कई लोगों को हिरासत में लिया गया है.
दिल्ली हाईवे जाम:
सांसद के विवादित बयान के विरोध में करणी सेना ने दिल्ली हाईवे को भी जाम कर दिया. मौके पर पहुँची पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की नोझड़प हुई. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में किया.
पूरा मामला:
सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने संसद में कहा था कि अगर मुसलमानों को बाबर का वंशज कहा जाता है, तो हिंदुओं को गद्दार राणा सांगा का वंशज होना चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि बाबर की आलोचना तो होती है, लेकिन राणा सांगा की आलोचना क्यों नहीं की जाती?
इससे पहले, शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा पर बोलते हुए सुमन ने कहा था कि भाजपा नेताओं का कहना है कि मुसलमानों में बाबर का DNA है. लेकिन बाबर को भारत लाने वाले राणा सांगा थे. अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो हिंदू गद्दार राणा सांगा की औलाद हैं.
बाद में, मीडिया से बातचीत में सुमन ने कहा कि राणा सांगा 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे. उन्होंने भाजपा नेताओं पर इतिहास तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया.
करणी सेना की तैयारी:
करणी सेना ने सांसद के घर के घेराव की तैयारी सुबह से ही शुरू कर दी थी. एत्मादपुर में करणी सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इकट्ठा हुए थे. पुलिस ने उन्हें वहाँ रोकने की कोशिश की, लेकिन बाद में वे बड़ी संख्या में सांसद के आवास पर पहुँच गए.