जालंधर: पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिखाई दे रहा है। जालंधर समेत पंजाब के कई जिलों में मंगलवार सुबह से ही शीतलहर चली। सुबह के समय हल्का कोहरा भी छाया रहा। दिन में धूप निकली, लेकिन शीतलहर के कारण उसका असर कम रहा और लोग ठंड से कांपते रहे। कई जगहों पर लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश करते दिखे।
जालंधर में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में केवल 3.7 डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा, जिससे दिन भर ठिठुरन बनी रही। जैसे-जैसे दिन ढला, सर्द हवाओं के कारण ठंड और बढ़ गई।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट:
मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को भी धुंध और शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है। हालाँकि, दिन में धूप निकलने की संभावना भी जताई गई है।
होशियारपुर में बारिश के बाद धुंध:
होशियारपुर में बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है और लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं। पिछले चार दिनों से सूरज नहीं निकला है और मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक भी धूप निकलने की उम्मीद नहीं है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 14 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा। बारिश के बाद धुंध ने भी दस्तक दे दी है, जिससे सुबह के समय दृश्यता 50 से 70 मीटर तक रह गई है और सड़कों पर वाहन रेंगते हुए चल रहे हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों में बारिश की संभावना भी जताई है।
फसलों के लिए फायदेमंद:
हालांकि ठंड से लोग परेशान हैं, लेकिन यह ठंड फसलों और सब्जियों के लिए फायदेमंद है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, अब सिंचाई की ज़रूरत कम है और फसलों की देखभाल पर ध्यान देने की आवश्यकता है। बारिश के कारण खेतों में आई नमी फसलों के लिए खाद का काम करेगी। यह मौसम खासतौर पर गेहूं की फसल के लिए अच्छा है क्योंकि ठंड से गेहूं की फसल अच्छी तरह से बढ़ती है और पैदावार अच्छी होती है।
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