देहरादून: देहरादून नगर निगम चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया सोमवार को संपन्न हो गई। चार दिन चली इस प्रक्रिया के दौरान महापौर पद के लिए 11 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए, जिनमें भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के अलावा छह निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं। पार्षद पद के लिए कुल 431 नामांकन प्राप्त हुए हैं। नामांकन के अंतिम दिन नगर निगम परिसर में खासी भीड़ देखी गई।
महापौर पद के उम्मीदवार:
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सौरभ थपलियाल (भाजपा)
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विरेंद्र पोखरियाल (कांग्रेस)
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विरेंद्र सिंह बिष्ट (उक्रांद)
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राजकिशोर सिंह रावत (उक्रांद-डी)
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रविंद्र सिंह आनंद (आम आदमी पार्टी)
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विजय प्रसाद भटराई (निर्दलीय)
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आरुषि सुंदरियाल (निर्दलीय)
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राजेंद्र प्रसाद गैरोला (निर्दलीय)
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सरदार खान पप्पू (निर्दलीय)
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सुलोचना ईष्टवाल (निर्दलीय)
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प्रकाश सुमन ध्यानी (निर्दलीय)
11 वार्डों में भाजपा-कांग्रेस में सीधी टक्कर:
100 वार्डों में से 11 वार्ड ऐसे हैं जहाँ भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। इन वार्डों में केवल दो-दो नामांकन दाखिल हुए हैं। हालांकि, नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद ही अंतिम तस्वीर साफ होगी।
डोभाल चौक और आरकेडिया-2 में सबसे ज्यादा नामांकन:
पार्षद पद के लिए अधिकतर वार्डों में चार से छह नामांकन दाखिल हुए हैं, लेकिन कुछ वार्डों में आठ से दस उम्मीदवार भी मैदान में हैं। वार्ड 65 (डोभाल चौक) और वार्ड 93 (आरकेडिया-2) में सबसे ज्यादा 10-10 नामांकन दाखिल किए गए हैं।
भाजपा उम्मीदवारों का अनोखा अंदाज़:
भाजपा के महापौर पद के उम्मीदवार सौरभ थपलियाल स्कूटी पर सवार होकर नामांकन दाखिल करने पहुंचे, जबकि सालावाला से भाजपा के पार्षद उम्मीदवार भूपेंद्र कठैत साइकिल से नामांकन स्थल पर पहुंचे। कुछ उम्मीदवारों ने घोड़ा-बग्गी के साथ जुलूस भी निकाला।
भाजपा में बगावत:
टिकट न मिलने से नाराज कुछ भाजपा नेता बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। करणपुर वार्ड से पूर्व पार्षद विनय कोहली और देहराखास से सुभाष बालियान ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है।
आप जिला अध्यक्ष का नाम वोटर लिस्ट से गायब:
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय क्षेत्री का नाम मतदाता सूची में नहीं होने के कारण वे महापौर पद के लिए नामांकन दाखिल नहीं कर सके। उनकी जगह रविंद्र सिंह आनंद को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया।
चुनाव चिन्ह को लेकर होड़:
निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए 47 चुनाव चिन्ह उपलब्ध कराए गए हैं। गैस सिलेंडर, पतंग, पंखा, केतली, गैस चूल्हा, हवाई जहाज, टॉर्च और कैंची जैसे चिह्नों की मांग ज्यादा है, जबकि गाजर, केला और बैंगन जैसे चिह्नों की मांग कम है।
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