रामनगर: उत्तराखंड के रामनगर में एक मासूम की जान बाल-बाल बच गई। भवानीगंज मोहल्ले में माता-पिता की लापरवाही के चलते एक तीन साल का बच्चा बंद कमरे में आग लगने के बाद फंस गया। गनीमत रही कि आस-पास के लोगों ने समय रहते बच्चे को बाहर निकाल लिया और अस्पताल पहुंचाया। धुएं से बेहोश हुए बच्चे की हालत अब ठीक है।
किराए के कमरे में रहता है परिवार:
विनोद अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे मयंक के साथ भवानीगंज में किराए के कमरे में रहता है। विनोद एक मिठाई की दुकान में काम करता है, जबकि उसकी पत्नी घर का काम करती है।
कमरे में बंद करके गए थे माता-पिता:
रोज की तरह विनोद और उसकी पत्नी बच्चे को कमरे में बंद करके काम पर चले गए। इस दौरान शॉर्ट सर्किट से कमरे में आग लग गई। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर बच्चे को बाहर निकाला।
आग बुझाने में हुई मशक्कत:
सूचना मिलने पर अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा, लेकिन संकरी सीढ़ियों के कारण आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दूसरे घर की सीढ़ी से छत पर चढ़कर आग पर काबू पाया गया। आग से करीब डेढ़ से दो लाख रुपये का सामान जलकर खाक हो गया।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग:
अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। इस घटना में बिस्तर, टीवी, कपड़े समेत कई सामान जल गया। बच्चे के माता-पिता की लापरवाही के चलते हुए इस हादसे से एक बड़ा सबक मिला है।
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