फगवाड़ा, 10 दिसंबर, 2024: पंजाब के फगवाड़ा शहर में कृष्ण गोशाला में 22 गायों की मौत हो जाने से इलाके में आक्रोश व्याप्त है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि गायों के चारे में जहर मिला दिया गया था। इस घटना के विरोध में फगवाड़ा में बंद भी रहा।
गोशाला में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में दो लोग दिखाई दे रहे हैं जो रविवार शाम लगभग 5:12 बजे गायों के चारे में एक पाउडरनुमा पदार्थ डाल रहे हैं। इसके करीब दो घंटे बाद, 7:22 बजे से गायें गिरनी शुरू हो गईं और 22 गायों की मौत हो गई। कुछ गायें बच गईं क्योंकि उन्होंने वह चारा नहीं खाया था या उन पर जहर का असर कम हुआ था और उन्हें समय पर इलाज मिल गया।
बीमार गायों को बचाने के प्रयास किए गए, लेकिन अधिकांश को बचाया नहीं जा सका। गोशाला में कुल 50 से अधिक गायें थीं। मृत गायों के शव पोस्टमार्टम के लिए लुधियाना भेजे गए हैं। विशेषज्ञों ने चारे के नमूने जाँच के लिए लैब में भेजे हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर की पुष्टि नहीं:
गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जितेंद्रपाल सिंह गिल ने बताया कि 22 में से दो गायों के प्रारंभिक पोस्टमार्टम में जहर मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए रासायनिक परीक्षण किए जाएँगे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
घटना की गंभीरता को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश, पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, सांसद डॉ. राजकुमार चब्बेवाल, और स्थानीय विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल सहित कई नेता मौके पर पहुँचे और पुलिस अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
यह घटना पशु क्रूरता का एक गंभीर मामला है और लोगों में रोष है। पुलिस जांच जारी है और आशा है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा होगा और दोषियों को सज़ा मिलेगी।
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