हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खिलाड़ियों को मिलने वाले पुरस्कारों में भारी इजाफा करने की घोषणा की है। यह फैसला राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों के संघर्ष और योगदान को उचित सम्मान दे रही है। अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं के सम्मान समारोह में सुक्खू ने बताया कि राज्य से बाहर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को यात्रा सुविधा में भी बड़ा सुधार किया गया है। 200 किमी तक की दूरी के लिए एसी थ्री टियर रेल किराया और 200 किमी से अधिक दूरी के लिए इकोनॉमी क्लास का हवाई किराया दिया जाएगा।
शारीरिक बाधाओं को पार कर देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि में आठ गुना बढ़ोतरी की गई है। अब आम खिलाड़ियों के बराबर ही इन खिलाड़ियों को भी पुरस्कार मिलेगा। सुक्खू ने यह भी ऐलान किया कि सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में एक आधुनिक खेल परिसर (स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स) बनाएगी। इन कॉम्पलेक्स में जिम, स्विमिंग पूल और अन्य आधुनिक खेल सुविधाएँ होंगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में इस परियोजना पर लगभग 50-50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
ओलंपिक, शीतकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 5 करोड़, 2 करोड़ और 3 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। एशियाई खेलों और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 4 करोड़, 2.5 करोड़ और 1.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा, अंडर-17 और अंडर-19 राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए डाइट मनी में भी भारी वृद्धि की गई है। अब अंडर-17 के लिए 400 रुपये और अंडर-19 के लिए 500 रुपये प्रतिदिन डाइट मनी दिया जाएगा।
खेल मंत्री यादविंद्र गोमा ने कहा कि इस ऐतिहासिक फैसले से हिमाचल प्रदेश अब पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों के बराबर आ गया है। उन्होंने कहा कि पुरानी प्रतियोगिताओं में भी देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को नई खेल नीति के अनुसार बढ़ी हुई धनराशि मिलेगी। गोमा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की खेलों के प्रति गहरी रुचि की सराहना की और उनके कार्यकाल में खेलों और खिलाड़ियों को मिल रहे प्रोत्साहन को रेखांकित किया। युवा सेवाएँ एवं खेल विभाग के निदेशक विवेक भाटिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी। इस फैसले से हिमाचल प्रदेश में खेलों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। यह फैसला राज्य के खेल क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सरकार द्वारा किए गए इस प्रयास से राज्य के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। यह कदम न केवल खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन है बल्कि राज्य के युवाओं को खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा। इससे राज्य में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा और भविष्य में और अधिक प्रतिभाशाली खिलाड़ी तैयार होंगे। यह पहल हिमाचल प्रदेश को खेलों के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। सरकार की इस पहल से निश्चित रूप से हिमाचल प्रदेश के खेल क्षेत्र में एक नया युग आरंभ होगा।
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