इजरायल और हिज़्बुल्लाह के बीच अमेरिका और फ़्रांस की मध्यस्थता से युद्धविराम समझौता हुआ है, जिससे लेबनान में संघर्ष विराम लागू हो गया है। हालाँकि, यह गाजा में इज़राइल और हमास के बीच जारी युद्ध को प्रभावित नहीं करता है। यहाँ मुख्य बिंदु हैं:
-
युद्धविराम समझौता: इज़राइली कैबिनेट ने अमेरिका और फ़्रांस की मध्यस्थता वाले युद्धविराम को 10-1 के मत से मंज़ूरी दी।
-
प्रभावी तिथि: युद्धविराम भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे से प्रभावी हुआ।
-
हिज़्बुल्लाह की भूमिका: हिज़्बुल्लाह, वार्ता में शामिल नहीं था, लेबनानी संसदीय अध्यक्ष नबीह बेरी ने उनकी ओर से बातचीत में भाग लिया।
-
गोलीबंदी: युद्धविराम के दौरान दोनों पक्षों से गोलीबंदी बंद रहेगी, लेकिन किसी भी उल्लंघन पर इज़राइल कड़ी कार्रवाई करेगा।
-
इज़राइल का फ़ोकस: यह युद्धविराम इज़राइली सेना को गाजा और ईरानी खतरे से निपटने के लिए पुनर्गठित करने का समय देगा।
-
हमास पर दबाव: इज़राइल का मानना है कि हिज़्बुल्लाह के बाहर होने से हमास पर दबाव बढ़ेगा।
-
इज़राइल के लक्ष्य: इज़राइल हमास को खत्म करना, अपने बंधकों को वापस लाना, गाजा को खतरे से मुक्त करना और उत्तरी क्षेत्र के निवासियों को सुरक्षित घर वापस लाना चाहता है।
-
लेबनानी सेना की तैनाती: युद्धविराम के हिस्से के रूप में, लेबनानी सेना 60 दिनों के भीतर दक्षिण में तैनात होगी, जिससे इज़राइल लेबनानी क्षेत्र से वापस जा सकेगा। हिज़्बुल्लाह को भी दक्षिणी सीमा से पीछे हटना होगा।
-
अमेरिकी प्रतिक्रिया: अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे “अच्छी खबर” बताया और कहा कि यह लेबनान के लिए एक नई शुरुआत है।
-
गाज़ा पर प्रभाव नहीं: यह युद्धविराम गाजा में इज़राइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष को प्रभावित नहीं करता है।
Pls read:Israel: हमास का बड़ा दावा: इज़राइली सेना के 15 सैनिक मारे गए