वाशिंगटन डीसी: राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं, जहाँ वे केंद्र सरकार की नीतियों और भाजपा-आरएसएस पर लगातार निशाना साध रहे हैं। वाशिंगटन डीसी के नेशनल प्रेस क्लब में उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा कांग्रेस को राजनीतिक रूप से मजबूरन करनी पड़ी क्योंकि देश में लोकतांत्रिक संस्थान ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य:
राहुल गांधी ने कहा कि मीडिया, अदालतें, और अन्य संस्थानों के काम करने के तरीके से उन्हें लग रहा था कि भारतीयों से जुड़ने का यही एकमात्र रास्ता बचा है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा व्यक्तिगत रूप से भी उनके लिए एक सपना था, जिसके बारे में वे बचपन से सोचते थे।
भाजपा-आरएसएस पर हमला:
राहुल गांधी ने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत में राजनीति बदल गई है और लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला हो रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष पर हमले, राज्य सरकारों को उखाड़ फेंकना, मीडिया पर दबाव, और संस्थानों पर नियंत्रण ने उन्हें जनता के पास जाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने के लिए मजबूर किया।
बांग्लादेश के साथ संबंध:
राहुल गांधी ने बांग्लादेश के साथ भारत के पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों को लेकर भारत में चिंताएं हैं, लेकिन उन्हें विश्वास है कि स्थिति स्थिर होगी और भारत किसी भी सरकार के साथ अच्छे संबंध बनाए रखेगा।
मुख्य बिंदु:
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राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को देश में लोकतांत्रिक संस्थानों की विफलता का परिणाम बताया।
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उन्होंने 2014 के बाद से भाजपा सरकार द्वारा लोकतांत्रिक ढांचे पर किए जा रहे हमले की आलोचना की।
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राहुल गांधी ने मीडिया, अदालतों, और अन्य संस्थानों पर नियंत्रण के आरोप लगाए।
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उन्होंने बांग्लादेश के साथ संबंधों पर चिंताएं जताईं, लेकिन कहा कि स्थिति स्थिर होगी।
यह दौरा अमेरिकी सांसदों, विचारकों, और मीडिया के साथ उनकी मुलाक़ातों से भरा हुआ है। राहुल गांधी भारत में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं और अमेरिकी जनता को भारतीय लोकतंत्र की स्थिति से अवगत करा रहे हैं।
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