शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दोपहर बाद राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को हाल में राज्य के तीन जिलों में आई प्राकृतिक आपदा और बाढ़ के दौरान किए जा रहे राहत कार्यों के संबंध में जानकारी दी।
करीब साढ़े चार बजे मुख्यमंत्री सुक्खू सचिवालय से निकलकर राजभवन पहुंचे थे। उन्होंने शिमला जिला के समेज में बाढ़ में दबे लोगों को निकालने के लिए किए जा रहे राहत कार्यों की जानकारी दी। बंद कमरे में दोनों के बीच में मंत्रणा हुई। ऐसा माना जा रहा है कि पालमपुर स्थित कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति का रास्ता निकालने के संबंध में भी चर्चा हुई। कृषि विश्वविद्यालय के एक व्यक्ति द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है।
कुलपति नियुक्ति पर भी हुई चर्चा
इस याचिका के संदर्भ में सरकार की ओर से दिए जा रहे जवाब से राजभवन को अवगत करवाया गया है। क्योंकि इस बैठक में प्रदेश सरकार के विधि सचिव एसके लंगवाल भी मौजूद रहे। पिछले दिनों स्वयं राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा था कि राजभवन चाहता है कि उच्च न्यायालय से मामले का निपटारा होते ही कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति करना प्राथमिकता में शामिल है।
इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कुलपति पद के लिए 100 आवेदन प्राप्त हैं, लेकिन मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की अध्यक्षता में दूसरी बैठक आयोजित नहीं हो पाई है। कुलपति पद के लिए बैठक आयोजित होने पर राजभवन को आए आवेदकों के नामों में से पांच नाम चयनित करके भेजने की प्रक्रिया होनी है।
सुक्खू ने सचिवालय में की फाइलों की समीक्षा
अवकाश का दिन होने के बावजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दोपहर तीन बजे सचिवालय पहुंचे। जहां पर फाइलें करने का कार्य चलता रहा। राजभवन जाने के पौने घंटे के बाद मुख्यमंत्री फिर से अपने कार्यालय में लंबित पड़ी फाइलों को हस्ताक्षरित करने में जुट गए।
राज्य में बारिश की स्थिति का लिया जायजा
आठ बजे सचिवालय से सरकारी आवास ओक ओवर के लिए निकले। इस दौरान मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर सचिवालय में मौजूद रहे। राज्य के सभी जिलों में पिछले चौबीस घंटाें से अधिक समय से हो रही बारिश से पैदा स्थिति का जायजा लेने के लिए जिला उपायुक्तों से भी जानकारी प्राप्त की।
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