नई दिल्ली, भारत (29 अक्टूबर, 2023): इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने और स्थिति को शांत करने का आग्रह किया है।
कूटनीतिक प्रयास जारी:
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उच्च स्तरीय वार्ता: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ईरानी और इजरायली समकक्षों से फोन पर बातचीत की और उनसे कूटनीति को प्राथमिकता देने और आगे हिंसा से बचने का आग्रह किया।
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समुदाय का समर्थन: क्षेत्र में भारतीय दूतावास भारतीय समुदाय के साथ निकट संपर्क बनाए हुए हैं और तेहरान में सहायता प्रदान करने के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित की गई है।
भारत की चिंताएँ:
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क्षेत्रीय स्थिरता: भारत को डर है कि यह संघर्ष पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
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आर्थिक प्रभाव: बढ़ते तनाव से आयात–निर्यात की लागत बढ़ सकती है, कच्चे तेल की आपूर्ति और कीमतों पर असर पड़ सकता है, और भारतीय शेयर बाजार प्रभावित हो सकता है।
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भारतीय नागरिकों की सुरक्षा: खाड़ी क्षेत्र में लाखों भारतीय काम करते हैं, और संघर्ष उनके जीवन और आजीविका को खतरे में डाल सकता है। युद्ध की स्थिति में निकासी की आवश्यकता भी हो सकती है।
भारत का रुख:
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तटस्थता: भारत संघर्ष में तटस्थ रुख बनाए रखता है, दोनों पक्षों से संयम बरतने का आग्रह करता है।
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शांतिपूर्ण समाधान: भारत तनाव कम करने और शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए कूटनीतिक प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध है।
क्षेत्र में स्थिति अस्थिर बनी हुई है, और भारत क्षेत्र में घटनाक्रमों की बारीकी से निगरानी कर रहा है। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता भारत सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है।