आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की खबर ने देश–विदेश में सुर्खियां बटोरी हैं। इस मामले पर अमेरिका ने भी टिप्पणी की है, जिस पर भारत ने आपत्ति जताई है।
हाल ही में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका केजरीवाल की गिरफ्तारी पर “पैनी नजर“ बनाए हुए है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका चाहता है कि इस मुद्दे की जांच “निष्पक्षता और पारदर्शिता“ के साथ हो।
इससे पहले, अमेरिका द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करने और देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने को लेकर विदेश मंत्रालय ने अमेरिका की कार्यवाहक मिशन उपप्रमुख ग्लोरिया बेर्बेना को तलब किया था। उनसे 40 मिनट तक पूछताछ की गई थी।
भारत सरकार ने कहा कि कूटनीति में राज्यों से अपेक्षा की जाती है कि वे दूसरों की संप्रभुता और आंतरिक मामलों का सम्मान करें।
गौरतलब है कि अमेरिका के अलावा जर्मनी ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी की थी।
यह घटनाक्रम भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में तनाव का संकेत दे सकता है।
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