वाशिंगटन।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हमास को दिए गए इजरायल के कड़े जवाब का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इजरायल ने हमास को उसी तरह और उसी भाषा में जवाब दिया है जैसे उसने 7 अक्टूबर को हमला किया था। हालांकि, ट्रम्प ने इजरायल से युद्ध खत्म कर शांति का रास्ता अपनाने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इजरायल को अब युद्ध समाप्त करना होगा और शांति स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि इस युद्ध के कारण इजरायल दुनिया भर में अपना समर्थन खो रहा है।
यह बयान ट्रम्प द्वारा हमास पर आक्रामक हमलों के लिए इजरायल की आलोचना और राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा संघर्ष से निपटने के तरीके पर बार–बार हमला करने के बाद आया है। इजराइली अखबार इज़राइल हयोम को दिए एक साक्षात्कार में, ट्रम्प ने कहा कि गाजा में अपने हमले के फोटो और वीडियो जारी करके इजरायल ने एक बड़ी गलती की है, जिससे उसकी सार्वजनिक छवि खराब हुई है।
इस बीच, गाजा में संघर्ष विराम के प्रयास जारी हैं। सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए प्रत्येक व्यक्ति के बदले में रिहा किए जाने वाले फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या को लेकर एक अमेरिकी प्रस्ताव पेश किया है। इजरायल ने बंधक–कैदी अनुपात प्रस्ताव पर सहमति जताई है और उत्तरी गाजा पट्टी से विस्थापित फिलिस्तीनियों की वापसी के लिए भी सहमति के संकेत दिए हैं। हालांकि, हमास की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है और यह स्पष्ट नहीं है कि फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या में क्या बदलाव किए गए हैं।