![](https://thehillnews.in/wp-content/uploads/2024/07/300x250-1.jpeg)
चंडीगढ़।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घोषणा की है कि वह पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। इस घोषणा के साथ ही शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ संभावित गठबंधन की अटकलों पर विराम लग गया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह घोषणा करते हुए कहा कि यह निर्णय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले फीडबैक के बाद लिया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा द्वारा किए गए कार्यों को रेखांकित किया और जोर देकर कहा कि पिछले दस वर्षों में किसानों की उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी गई है।
पंजाब में SAD और भाजपा के बीच गठबंधन की व्यापक उम्मीदें थीं। हालांकि, SAD ने गठबंधन के लिए MSP और बंदी सिखों की रिहाई सहित कई शर्तें रखीं, जिससे दोनों दलों के लिए समझौते पर पहुंचना मुश्किल हो गया।
माना जा रहा था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गठबंधन को लेकर SAD के साथ बातचीत कर रहे थे। हालांकि, SAD की कोर कमेटी ने कथित तौर पर राजनीतिक गणनाओं से ऊपर सिद्धांतों को रखा, जिससे समीकरण बिगड़ गया। इस बीच, कांग्रेस पार्टी भी घटनाक्रमों पर नजर रख रही थी, इस उम्मीद में कि SAD–भाजपा गठबंधन के मामले में वह खुद को एक मजबूत दावेदार के रूप में पेश कर सके।
अब गठबंधन को लेकर तस्वीर साफ हो गई है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी की मुख्य प्रतिस्पर्धा सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) से होगी, जिसने पहले ही पंजाब की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है और उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची भी जारी कर दी है।
PLs readPunjab: चुनाव आयोग द्वारा जालंधर के नये डिप्टी कमिशनर की तैनाती