शिमला। हिमाचल में सुक्खू सरकार के मंत्रियों के पुराने वाहन बदल कर अब ई-कारें खरीदी जाएंगी। मंत्रिओं के पास जो फॉर्च्यूनर कारें हैं , वह ढाई से तीन लाख किलोमीटर चल चुकी हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कह चुके हैं कि सरकारी विभागों में अब पेट्रोल व डीजल नहीं, ई-वाहनों की खरीद होगी।
सामान्य प्रशासन विभाग मुख्य सचिव से नए वाहनों की खरीद के संबंध में बैठकें कर चुका है। मंत्रियों के दौरों को देखते सुझाव आया था कि डीजल के वाहन ही उपयुक्त रहेंगे। इसी तरह से इलेक्ट्रिक वाहन और हाईब्रिड वाहनों की खरीद पर भी चर्चा हो चुकी है। मुख्य सचिव राम सुभाग सिंह के समय टोयोटा की कैमरी हाई ब्रिड कार खरीदी गई थी, जिसका मूल्य 47 लाख रुपये था।
यह कार मैदानी क्षेत्रों में डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक सुविधा से चलती थी और प्रदेश के मध्यम व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में डीजल से चलती थी। सामान्य प्रशासन विभाग सामान्य तौर पर मुख्यमंत्री, मंत्रियों के वाहन तीन लाख किमी चलने के बाद बदलता है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए नए वाहनों की खरीद करने का निर्णय स्वयं मुख्यमंत्री लेंगे। पहले से ऐसा होता रहा है कि मंत्रियों के वाहन विभागों को दिए जाते हैं या फिर सरप्लस पूल में उपयोग के लिए रखे जाते हैं।
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