शिमला। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार ने डीजीपी संजय कुंडू को पद से हटाकर प्रधान सचिव आयुष विभाग का जिम्मा दिया गया है। जल्द ही नए डीजीपी की तैनाती की जाएगी। इस संबंध में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने अधिसूचना जारी की गई है।
बता दें प्रदेश हाईकोर्ट ने निशांत कुमार सुरक्षा मामले में 27 दिसंबर को डीजीपी संजय कुंडू और कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्निहोत्री को पदों से हटाने के आदेश दिए थे। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने गृह सचिव की कार्य़प्रणाली पर सवाल खड़े किये थे। हाईकोर्ट ने उच्च अधिकारियों को ऐसे पदों पर नियुक्त करने के आदेश दिए, जहां से दोनों को मामले में दर्ज प्राथमिकी की जांच प्रभावित करने का अवसर न मिले।
हिमाचल काडर में वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी 1988 बैच के तपन कुमार डेका जो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। कुंडू 1989 बैच के हैं औऱ अप्रैल में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। संजीव रंजन ओझा 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह केंद्रीय प्रतिनियु़क्ति से लौट चुके हैं और कुंडू के बाद वरिष्ठता में सबसे आगे हैं। ओझा के बाद 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी श्याम भगत नेगी हैं, जो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर ही हैं। उनके बाद 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी अतुल वर्मा हैं। वह भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौट चुके हैं।
इस संबंध में सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार ने उन्हें पदोन्नत कर आयुष विभाग का प्रधान सचिव लगाया है। सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन किया है। संजय कुंडू ने 35 साल तक प्रदेश की सेवा की है। उनकी छवि स्वच्छ है। निष्पक्ष जांच हो, इसको देखते हुए संजय को डीजीपी के पद से हटाकर प्रधान सचिव लगाया गया है।