ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की (पेन मेडिसिन विभाग) की छात्रा प्रयोगात्मक परीक्षा में माथे पर तिलक लगाकर आई तो परीक्षक ने उसपर टिप्पणी कर दी। डा. शालिनी मिश्रा ने इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री व एम्स प्रशासन से शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान तिलक लगाने को लेकर परीक्षक की ओर से टिप्पणी कर मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है। एम्स प्रशासन ने इस मामले में जांच रिपोर्ट तथा संबंधित परीक्षक का पक्ष आने के बाद आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही है।
इस संबंध में एम्स के प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में एम्स प्रशासन जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि डीन एकेडमिक ने इस प्रकरण पर संबंधित परीक्षक से भी आवश्यक पूछताछ व जानकारी हासिल की जा रही है।
प्रभारी पीआरओ ने बताया कि शीघ्र ही इस संबंध में जांच रिपोर्ट व परीक्षक का पक्ष आने के बाद आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। वहीं अखिल भारतीय संघ समिति के राष्ट्रीय सचिव महामंडलेश्वर स्वामी ईश्वर दास ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि तिलक लगाने पर मातृशक्ति का अपमान सनातन संस्कृति का अपमान है। ऐसा करने वाला परीक्षक जिहादी मानसिकता का है।
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