देहरादून। वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक कराने का षड्यंत्र रचने वाले नकल माफिया मुकेश सैनी व रचित पुंडीर की गिरफ्तारी के बाद अब एसटीएफ को कुछ और लोगों के नाम हाथ लगे हैं। जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। वहीं, आरोपित मुकेश सैनी ने जिन 15 अभ्यर्थियों से नकल करवाने का सौदा किया था उनकी भी तलाश की जा रही है।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार पूरी पड़ताल के बाद सौदा करने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। यह देखा जाएगा कि प्रकरण में उनकी कितनी भूमिका है। जिन 15 अभ्यर्थियों का नाम सामने आ रहा है, यदि उन्होंने परीक्षा दी है तो उनके खिलाफ बाद में कार्रवाई की जाएगी। उधर, रविवार को दोनों गिरफ्तार आरोपितों को रुड़की स्थित अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय की कोर्ट में पेश कर एक दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी रिमांड में जेल भेज दिया गया है।
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गौरतलब है कि एसटीएफ ने बीते शनिवार को हरिद्वार के गुरुकुल नारसन के एमएस कोचिंग सेंटर में दबिश देकर संचालक मुकेश सैनी निवासी हरचंदपुर और रचित पुंडीर निवासी खंजरपुर, रुड़की को गिरफ्तार किया था। आरोपितों के खिलाफ मंगलौर थाने में नए नकलरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपितों की ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल कराने की योजना थी। इन ब्लूटूथ डिवाइस को कपड़ों में सिलवाया जाना था। इस मामले में तीन अभ्यर्थियों के नाम भी सामने आए थे, जिन्होंने अलग-अलग केंद्रों पर परीक्षा देनी थी।